18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद लापता फिल्ममेकर की तलाश जारी, 700 मीटर दूर से मिले सबूत

Air India Plane Crash: महेश कलावाड़िया नरोदा के रहने वाले है और उन्होने कइ म्युजिक एलबम के बनाया है और अभी उनका चलापता होने की खबरें सबको हैरान कर रही है।

2 min read
Google source verification
अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद लापता फिल्ममेकर की तलाश जारी, 700 मीटर दूर से मिले सबूत

Air India Plane Crash: अहमादाबाद में गुरुवार यानी 12 जून 2025 को हुए एयर इंडिया विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। लंदन जाने वाला विमान AI-171 दोपहर 1:39 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद मेघनानगर में एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई, जबकि जमीन पर मौजूद 29 लोगों की भी जान चली गई। इस त्रासदी के बीच एक फिल्म निर्माता के लापता होने की खबर ने सभी को चौंका दिया है।

नरोदा के रहने वाले महेश कलावाड़िया

लापता फिल्म निर्माता का नाम महेश कलावड़िया है, जिन्हें महेश जीरावाला के नाम से भी जाना जाता है। बता दें कि महेश कलावड़िया ने कइ म्यूजिक एलबम किया है। नरोदा के रहने वाले महेश म्यूजिक एल्बम बनाने का काम करते थे। उनकी पत्नी हेतल ने बताया कि गुरुवार को महेश लॉ गार्डन इलाके में किसी से मिलने गए थे। इसके साथ ही उन्होंने दोपहर 1:14 बजे फोन करके बताया कि उनकी मीटिंग खत्म हो गई है और वे घर लौट रहे हैं, लेकिन इसके बाद उनका फोन स्विच ऑफ हो गया।

यह भी पढ़ें:TMKOC: दयाबेन की शो में होगी वापसी! असित मोदी ने फाइनली दिया ये हिंट, बोले- पुरानी वाली ही…

प्लेन क्रैश में लापता हुए फिल्ममेकर

महेश कलावाड़िया की पत्नी हेतल ने कहा है कि 'मेरे पति ने मुझे दोपहर 1.14 बजे फोन करके बताया कि उनकी मीटिंग खत्म हो गई है और वे घर आ रहे हैं। हालांकि जब वे वापस नहीं आए, तो मैंने उनके फोन पर कॉल किया, लेकिन वो स्विच ऑफ था। पुलिस को सूचना दिए जाने के बाद उनके मोबाइल फोन की आखिरी लोकेशन से पता चला कि वे दुर्घटनास्थल से 700 मीटर दूर थे।'

दरअसल 'उनका फोन दोपहर करीब 1:40 बजे स्विच ऑफ हो गया। उनका स्कूटर और मोबाइल फोन गायब है। यह सब असामान्य है क्योंकि उन्होंने घर आने के लिए कभी उस रास्ते का इस्तेमाल नहीं किया। हालांकि अधिकांश शव बहुत बुरे तरीके जल चुके है, इसलिए अधिकारी इस भीषण त्रासदी में मारे गए लोगों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण कर रहे हैं।