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दो आचार्य ने तीन नाबालिगों से किया अप्राकृतिक कृत्य

बड़नगर रोड के दंडी आश्रम में सनसनीखेज मामला उज्जैन. बड़नगर रोड के दंडी आश्रम में पंडित की पढ़ाई करने आए १४ साल के बच्चों के साथ लैंगिक अपराध का सनसनीखेज मामला सामने आया। आश्रम के दो आचार्य नाबालिग बच्चों को बीते कई दिनों से प्रताड़ित कर उनके साथ लैंगिक अपराध कर रहे थे। महाकाल थाना […]

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sexual abuse of children

उज्जैन के बड़नगर रोड का मामला

बड़नगर रोड के दंडी आश्रम में सनसनीखेज मामला

उज्जैन. बड़नगर रोड के दंडी आश्रम में पंडित की पढ़ाई करने आए १४ साल के बच्चों के साथ लैंगिक अपराध का सनसनीखेज मामला सामने आया। आश्रम के दो आचार्य नाबालिग बच्चों को बीते कई दिनों से प्रताड़ित कर उनके साथ लैंगिक अपराध कर रहे थे। महाकाल थाना पुलिस ने मंगलवार रात को आरोपी आचार्यों के खिलाफ ३७७ सहित लैंगिक अपराध की धाराओं में केस दर्ज किया है।

पीडि़त बच्चे ने पिता को बताई आपबीती

चौंकाने वाली बात यह है कि कई बच्चों के माता-पिता को इस बारे में जानकारी होने के बाद भी उन्होंने इसका विरोध नहीं किया, बल्कि दोबारा बच्चों को आश्रम में छोड़ गए। जब एक पीडि़त बच्चे ने अपने पिता को फोन कर शोषण की जानकारी दी उन्होंने देर रात महाकाल थाना पहुंचकर शिकायत की। बाद में हैवानियत का शिकार बने दो और बच्चे भी सामने आए। सूत्रों के मुताबिक आरोपी आचार्यों को राउंड-अप कर लिया।

दंडी आश्रम के दो आचार्य के खिलाफ तीन बच्चों की शिकायत पर 377, 506 व लैंगिक अपराध संरक्षण अधिनियम 2012 की धाराओं में केस दर्ज किया है। जानकारी लगी है कि इन दो आचार्य ने आश्रम के करीब एक दर्जन से ज्यादा बच्चों को हैवानियत का शिकार बनाया। हालांकि अब तक तीन पीड़ित सामने आए।

अजय वर्मा, टीआइ, महाकाल थाना

पीडि़त की जुबानी आपबीती की कहानी
मंदसौर
निवासी 14 साल के बच्चे ने बताया कि आचार्य राहुल शर्मा ने उससे ७ अप्रैल को अप्राकृतिक कृत्य किया था। मैं चीखा चिल्लाया तो मेरा मुंह दबा कर जान से मारने की धमकी दी और कहा अगर किसी को बताया तो मार दूंगा। 10 अप्रैल को मुझे मेरे अंकल लेने आए थे। मैंने मम्मी को जाकर आचार्य के बारे में बताया भी था। इसके बाद 21 अप्रैल को मम्मी मुझे गांव लेकर आ गई । लेकिन 26 अप्रैल को पिताजी मुझे फिर से आश्रम में छोड़ गए। जब मंगलवार शाम को पता चला कि मेरे दोस्त के साथ भी ऐसा हुआ है और वह महाकाल थाना फिर दर्ज करने गया तो मैं भी थाने पहुंच गया।

देवास में रहने वाले बालक ने दोस्त के पिता के फोन से अपने पिता को १५ अप्रैल को आचार्य की हैवानियत के बारे में बताया तो वह 16 अप्रैल को आश्रम पहुंचे और उसे घर ले गए।

राजगढ़ के बालक ने बताया कि उसके साथ 10 अप्रैल को आचार्य अजय शर्मा ने अप्राकृतिक कृत्य किया था। 2 दिन बाद वह गांव चला गया था परंतु एक मई से परीक्षा शुरू होने वाली थी। इसलिए मम्मी 30 तारीख को आश्रम छोड़ने आई। यहां पता चला कि आचार्य ने उसके दोस्त के साथ भी गंदा काम किया है ।