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2000 पौधे लगाकर हुई शुरुआत, 80 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य

बाड़मेर हमारा काम कोयला निकालना है। कोयला निकालने के लिए हम धरती की प्राकृतिक स्थिति को बदल रहे है। हमें जमीन खोदकर कोयला निकालना पड़ता है। कोयले से बिजली बनती है। बिजली विकास के लिए जरूरी है। हमारे लिए भी बिजली अब हर कार्य के लिए चाहिए। बदले में हम धरती को क्या दें? हमें धरती को पेड़ देने है। इसके लिए राजस्थान पत्रिका का हरयाळो राजस्थान सबसे बड़ा उदाहरण है। बच्चों में यह आदत डाले कि वे कम से कम दस पेड़ हर साल लगाएं। हम छोटे-छोटे ऑक्सीजोन बनाएंगे। यह बात साउथ वेस्ट माइनिंग के निदेशक अनिल सूद ने बतौर मुख्य अतिथि हरयाळो राजस्थान कार्यक्रम में अभयपुरा में कही। सूद ने कहा कि राजस्थान पत्रिका वास्तव में समाचार के साथ सामाजिक सरोकार के दायित्व को बखूबी निभाता है। हरयाळो राजस्थान में हमारा लक्ष्य 80 हजार पौधे लगाने का है। आज हमने 2000 पौधे लगाकर इसकी शुरुआत की है। इनकी ग्रोथ रेट 90 फीसदी से अधिक आए, इसके लिए ये पौधे प्रभावित हुए लोगों की जमीन पर और उनके संरक्षण में लग रहे है।

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हरयाळो राजस्थान अभियान के तहत अभयपुरा में पौधरोपण

बच्चों में यह आदत डालें कि वे कम से कम दस पेड़ हर साल लगाएं- सूद

पत्रिका हरयाळो राजस्थान

हरियाली से खुशहाली

बाड़मेर हमारा काम कोयला निकालना है। कोयला निकालने के लिए हम धरती की प्राकृतिक स्थिति को बदल रहे है। हमें जमीन खोदकर कोयला निकालना पड़ता है। कोयले से बिजली बनती है। बिजली विकास के लिए जरूरी है। हमारे लिए भी बिजली अब हर कार्य के लिए चाहिए। बदले में हम धरती को क्या दें? हमें धरती को पेड़ देने है। इसके लिए राजस्थान पत्रिका का हरयाळो राजस्थान सबसे बड़ा उदाहरण है। बच्चों में यह आदत डाले कि वे कम से कम दस पेड़ हर साल लगाएं। हम छोटे-छोटे ऑक्सीजोन बनाएंगे। यह बात साउथ वेस्ट माइनिंग के निदेशक अनिल सूद ने बतौर मुख्य अतिथि हरयाळो राजस्थान कार्यक्रम में अभयपुरा में कही। सूद ने कहा कि राजस्थान पत्रिका वास्तव में समाचार के साथ सामाजिक सरोकार के दायित्व को बखूबी निभाता है। हरयाळो राजस्थान में हमारा लक्ष्य 80 हजार पौधे लगाने का है। आज हमने 2000 पौधे लगाकर इसकी शुरुआत की है। इनकी ग्रोथ रेट 90 फीसदी से अधिक आए, इसके लिए ये पौधे प्रभावित हुए लोगों की जमीन पर और उनके संरक्षण में लग रहे है।

इससे रोजगार, आर्थिक मदद, पर्यावरण सहयोग तीनों लक्ष्य हासिल होंगे। बीएसएफ के कमांडेंट कमलसिंह कोटड़ा ने कहा कि पर्यावरण का पाठ पहली कक्षा से पढ़ते हैं और उम्रभर यह बात सीख के रूप में कही जाती है कि पर्यावरण बचाएं। पर्यावरण पेड़ लगाने से बचेगा। जितने पेड़ इस रेगिस्तान में लगा सकते हैं, उतने लगाएं। हर साल का लक्ष्य लें और इसे पूरा भी करें। राजस्थान पत्रिका का प्रयास और सभी लोगों का सहयोग वास्तव में सराहनीय है। साउथ वेस्ट के दिलीपसिंह ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए पिछले साल में करवाए गए पौधरोपण से बदलाव आने की बात कही। थार के वीर के संयोजक रघुवीरसिंह तामलोर ने कहा कि राजस्थान पत्रिका और साउथ वेस्ट की ओर से लगाए गए ये पौधे जब बड़े होकर रेगिस्तान को शुद्ध हवा देंगे, तब हमें हमारे इस कार्य पर गर्व होगा। कुलदीपसिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान रूघसिंह कोटड़ा, विक्रमसिंह कपूरड़ी, शिशुपालसिह अभयपुरा, भानुप्रतापसिंह अभयपुरा हरयाळो राजस्थान कार्यक्रम के दौरान कल्याणसिंह, महिपालसिंह, महावीरसिंह, गणेश विक्रमसिंह कपूरड़ी, भानुप्रतापसिंह, एडवोकेट मनोहरसिंह, कमलसिंह,देवासी, हसनखां, सुमारखा, लक्ष्मणराम ने भी पौधरोपण किया। सहित ग्रामीण मौजूद रहे।
बच्चों ने लगाए पौधे
सक्सेज प्वाइंट स्कूल के सौ से अधिक स्कूली बच्चे यहां पहुंचे। इन बच्चों ने पौधे लगाए। बच्चों के लिए यह विजिट बेहतर रही। उन्होंने कहा कि वे शहर से बाहर एक प्राकृतिक वातावरण में आकर पौधरोपण के इस कार्य से बहुत ही खुश हैं।