
जिला अस्पताल के चक्कर काट रहे दिव्यांग
परेशानी : जिला अस्पताल के चक्कर काट रहे दिव्यांग
पन्ना. स्वावलंबन पोर्टल एक माह से बंद होने के कारण दिव्यागों के न तो सर्टिफिकेट नहीं बन पा रहे हैं और न ही नवीनीकरण हो पा रहा है। दिव्यांग जिला अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी दिव्यांग छात्रों को उठाना पड़ रहा है, इधर लंबित प्रमाणपत्रों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। जिला अस्पताल में न सिर्फ शहर बल्कि पूरे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से भी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने पहुँचते हैं। एक माह से स्वावलंबन पोर्टल बंद हैं, दिव्यांग जिला अस्पताल से निराश होकर लौट रहे हैं। शाखा के जिम्मेदार भी सही नहीं बता पा रहे हैं कि कब से पोर्टल शुरु होगा।
मई माह से आ रही परेशानी
आंख, अस्थि, श्रवण, लकवा समेत सभी कैटेगरी के दिव्यांगता प्रमाण पत्र पोर्टल से बनाए जाते हैं। दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाने के अलावा नवीनीकरण भी किया जाता है। स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ ने बताया कि मई से स्वावलंबन पोर्टल अपडेशन का काम चल रहा है, स्वावलंबन पोर्टल को अपडेट किया जाना है। 6 मई से पोर्टल के सुचारु काम करने की जानकारी दी गई थी लेकिन पोर्टल अभी भी शुरू नहीं हो पाया है।
केस 1 : सर्टिफिकेट का नहीं हो रहा नवीनीकरण
दिव्यांग नीलेश चौबे ने सीएम हेल्प लाइन में शिकायत की है। बताया कि उसके दिव्यांग सर्टिफिकेट का नवीनीकरण नहीं किया जा रहा है। इससे उसे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
केस 2 : सही जानकारी भी नहीं मिल रही है
पवई निवासी दिव्यांग संतोष शुक्ला ने भी शिकायत दर्ज कराई है कि उनका पोर्टल से सर्टिफिकेट नहीं बन पा रहा है। सर्टिफिकेट के लिए काफी समय से परेशान हैं लेकिन सही जानकारी भी नहीं मिल रही है।
नहीं मिल पा रहा योजनाओं का लाभ
विद्यालयों में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो गई है। छात्रवृत्ति समेत अनेक कार्य के लिए रोजाना बड़ी सख्या में दिव्यांग छात्र जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। पोर्टल बंद होने से छात्रों को सर्टिफिकेट नहीं मिल पा रहा है, इससे दिव्यांग छात्रों का काम अटका है। इसके अलवा दिव्यांगों को सर्टिफिकेट के अभाव में योजनाओं का भी लाभ नहीं मिल पा रहा है। लोग परेशान हो रहे हैं और सीएम हेल्प लाइन में शिकायतें दर्ज करा रहे हैं।
बढ़ता जा रहा बैकलॉग
स्वावलंबन पोर्टल के माध्यम से जिला अस्पताल में सटिफिकेट नहीं बनने से लंबित मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। रोजाना नए आवेदन भी आ रहे हैं, इसके अलावा नवीनीकरण के मामले भी लंबित होते जा रहे हैं।
स्वावलंबन पोर्टल एक माह तक बंद था। अब चालू हो गया है। बैकलॉग को प्राथमिकता दी जा रही है। जल्द ही सभी के सर्टिफिकेट बनवाए जाएंगे।
राजेश रजक, शाखा प्रभारी क्लर्क दिव्यांग मेडिकल बोर्ड
Published on:
30 Jun 2024 07:20 pm
बड़ी खबरें
View Allसमाचार
ट्रेंडिंग
