सुनो साहब ! मैं हूं बदनसीब फसल की जगह उगा दिया गंदा पानी
निरीक्षण, टेंडर और प्रस्ताव कागजों से बाहर नहीं आए हाईवे पर दो फीट और खेतों में चार फीट पानी भरा
बाड़मेर, मानसून के दौर में सिणधरी रोड पर हाईवे किनारे के क्षतिग्रस्त नाले अब आमजन के लिए आफत बन गए हैं। बारिश के साथ शहर का गंदा पानी सड़क से लेकर कुड़ला सरहद के खेतों तक पहुंच गया है। सड़क पर दो से ढाई फीट और खेतों में तीन-चार फीट तक पानी भर गया है। यह पानी किसानों और आमजन के लिए मुसीबत बना हुआ है, लेकिन इसको लेकर जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
हाईवे पर गंदे पानी के बहाव से सड़क पूरी तरह टूट गई है। पानी भरने से छोटे वाहनों का निकलना मुश्किल हो गया है। पत्रिका टीम मौके पर पहुंची तो हालात बेहाल नजर आए। बाइक सवार कई घंटों तक निकलने के लिए इंतजार करते दिखे। वहीं बड़े वाहनों को हर वक्त हादसे का डर सताता रहता है।
शहर के शहीद सर्कल से सिणधरी रोड पर करीब तीन किलोमीटर सड़क किनारे तीन नालों का निर्माण किया
सिणधरी रोड नाले से क्षतिग्रस्त हुआ हाईवे और खेतों में पहुंचा पानी।
गया है। इनमें दो नाले सार्वजनिक निर्माण विभाग तथा एक नाला नगर परिषद के अधीन है।
दोनों विभागों के बीच आपसी तालमेल नहीं होने के कारण शहर का गंदा पानी हाईवे के नालों में डाला जा रहा है, जबकि नगर परिषद का नाला खाली है।
निरीक्षण किए, प्रस्ताव बनाए, काम अधूरा
राजस्थान पत्रिका ने एक माह पूर्व सिणधरी रोड पर बहते नालों को लेकर सिलसिलेवार समाचार प्रकाशित कर चेताया था कि मानसून में ये नाले आमजन के लिए
आफत बन जाएंगे। समाचार के बाद हरकत में आए जिम्मेदार अधिकारियों व इंजीनियर्स की टीमों ने निरीक्षण किया। जिला कलक्टर टीना डाबी ने स्वयं मौके की स्थिति देखी। लेकिन काम शुरू नहीं होने से आमजन के लिए आफत खड़ी हो गई है