ओंकारेश्वर में रविवार को डूबने की अलग-अलग दो घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई। पहली घटना सुबह 8.30 बजे संगम घाट पर हुई। जहां दो साथियों के साथ नर्मदा में स्नान कर रहे बाबा की डूबने से मौत हो गई। उसके दो साथी बच गए। वहीं, दूसरी घटना ब्रह्मपुरी घाट पर दोपहर की है। जहां राजस्थान निवासी 25 वर्षीय युव की डूबने से मौत हो गई।
पहली घटना में घाट पर नहाते समय मालेगांव महाराष्ट्र के कृष्णा पिता बसंत पवार (35) की डूबने से मौत हो गई( प्राप्त जानकारी के अनुसार कृष्णा पवार बाबा टाइप का व्यक्ति था, यहां अक्सर नहाने आया करता था। रविवार सुबह अपने दो अन्य साथियों के साथ नहाते समय डूब गहरे पानी में जाने से तीनों डूब गए। जिसमें कृष्णा की डूबने से मौत हो गई। वहीं, दो अन्य साथियों को स्थानीय नविकों, फोटोग्राफर और स्थानीय नागरिकों ने डूबने से बचा लिया।
दूसरी घटना ओंकारेश्वर के ब्रह्मपुरी घाट दोपहर में हुई। जहां पर दोसा राजस्थान निवासी अनिल पिता गिरिराज मीणा (25) की डूबने से मौत हुई। निजी फाइनेंस कंपनी में कार्यरत अनिल अपने अन्य छह साथियों के साथ ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए आए थे। नहाते समय ब्रह्मपुरी घाट पर डूबने से मौत हो गई। दोनों ही मामलों में शव बरामद कर पोस्टमार्टम के पश्चात शव परिजनों सुपुर्द कर कर दी गई। पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर मामले की जांच की जा रही।
घाट पर नहीं रहते होमगार्ड के तैराक
प्रशासन ने सभी घाटों पर डूबने से होने वाली घटनाओं में यात्रियों की जान बचाने के लिए होमगार्ड के प्रशिक्षित तैराकों की ड्यूटी लगा रखी है। यहां ब्रह्मपुरी घाट सहित अन्य घाटों पर पिछले छह माह में डूबने की कई घटनाएं हो चुकी है। हर घटना में नाविकों और स्थानीय तैराकों द्वारा ही बचाव कार्य किया गया। जबकि शासकीय तौर पर तैनात होमगार्ड जवान अधिकतर घटनाओं में मौके पर मौजूद नहीं थे। पिछले दिनों भी प्रशासन के स्टिंग ऑपरेशन में एक होमगार्ड को मंदिर प्रांगण में रुपए लेकर यात्रियों को दर्शन कराते पकड़ा था, जबकि उसकी ड्यूटी घाट पर लगी हुई थी।