मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि हम सभी को चिंतन करने की आदत डालनी चाहिए। जो भी कार्य हम करते हैं, उस पर समय-समय पर चिंतन करना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री पटेल ने अपने अधीनस्थ कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए शनिवार को भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम)- अहमदाबाद में आयोजित एक दिवसीय चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेवा और भावनाओं का सकारात्मक समन्वय आवश्यक है। मुख्यमंत्री कार्यालय में काम करने वाले लोगों का व्यवहार पूरे राज्य में देखा जाता है, इसलिए हमारी विशेष जिम्मेदारी बनती है। आपका आचरण मुख्यमंत्री कार्यालय की छवि को दर्शाता है। बदलते समय में लोगों की अपेक्षाएं बढ़ रही हैं। इसे ध्यान में रखते हुए हमें और अधिक तैयारी करनी होगी।
चिंतन शिविर में मुख्यमंत्री की सचिव अवंतिका सिंह ने कहा कि शिविर में नया सीखने और आपसी विचार और बेहतर कार्य साझा करने के अलावा टीम बॉन्डिंग भी बढ़ती है।
मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार और स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप ( सॉल) के वाइस चेयरमैन हसमुख अढिया ने समय और तनाव प्रबंधन पर एक सत्र आयोजित किया। अढिया ने तनाव प्रबंधन के लिए पारिवारिक संबंधों, पर्याप्त नींद, ध्यान और कर्म के सिद्धांतों पर जोर दिया।
शिविर के समापन पर मुख्य सचिव पंकज जोशी और एम के दास ने अपने अनुभव और विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने विश्वास जताया कि यह एक दिवसीय चिंतन शिविर मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के कामकाज और कार्यक्षमता के लिए उपयुक्त साबित होगी। आईआईएम अहमदाबाद के निदेशक डॉ. भरत भास्कर भी शिविर में उपस्थित रहे।
एआई, इमोशनल इंटेलिजेंस पर भी सत्र
शिविर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इमोशनल इंटेलिजेंस, डिजिटलाइजेशन, टीम बिल्डिंग और संचार जैसे विषयों पर विभिन्न सत्र आयोजित किए गए।