
ग्रेटर नोएडा। देश के सबसे बड़े क्षेत्रफल वाले जेवर एयरपोर्ट नींव रखने के महज 36 महीने बाद हो जाएगा। जिसके निर्माण में 19 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। वहीं इसके बनने के बाद यमुना सिटी में 80 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा। जिससे करीब 1 लाख लोगों को रोजगार मिल सकेगा। दरअसल, नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सौंपी गई टीईएफआर (टेक्निकल इकनॉमिक फिजिबिलिटी रिपोर्ट) में यह बात कही गई है।
60 लाख होगी यात्री क्षमता
बता दें कि जेवर एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद इसकी इसकी क्षमता 60 लाख यात्रियों की होगी। वहीं सालाना इसकी क्षमता में बढ़त होते-होते साल 2050 तक इसकी यात्री क्षमता 10 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। यह अनुमान पीडब्ल्यूसी द्वारा जाहिर किया गया है।
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आसपास खुलेंगे होटल व शॉपिंग कॉम्पलेक्स
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि टीईएफआर के मुताबिक जेवर एयरपोर्ट के आसपास पहले चरण में 80 हजार करोड़ रुपये का निवेश होने की संभावना है। इस निवेश से 2,3,5,7 सितारा होटल, शॉपिंग काम्प्लेक्स, कन्वेंशन सेंटर, लेजर प्लाजा और विश्वस्तरीय मंडी चेन बनाने की योजना है।
जमीन अधिग्रहण पर खर्च होंगे 4 हजार करोड़
सीईओ ने बताया कि फिजिबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार, एयरपोर्ट की नींव रखने के 36 महीने में निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसमें पहले एक रनवे और ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम को तैयार कर उड़ान शुरू करने की योजना है। फिर दूसरे रनवे और अन्य काम शुरू किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट में कुल 19 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी जिसमें से 4 हजार करोड़ रुपये जमीन अधिग्रहण पर खर्च होंगे। इसमें 8 गांवों की 1327 हेक्टेयर जमीन को अधिग्रहण करने के लिए प्रस्ताव तैयार कर जिलाधिकारी को भेज दिया गया है।
Published on:
27 Apr 2018 11:37 am
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