
नोएडा. शहर में बहुमंजिला इमारतों में बसे ऐसे लोग जो कचरे को बालकनी से सीधे सड़कों पर फेंकते हैं अब उनकी खैर नहीं है। ऐसे मकान मालिकों की पहचान की जा रही है, जिनके किराएदार इस तरह का काम कर रहे हैं। प्राधिकरण इन लोगों के खिलाफ अभियान चलाकर चालान करेगा। शहर में ऐसे लोगों की संख्या कहीं ज्यादा है, जो कचरे को प्राथमिक कूड़ा घर की बजाए सीधे सड़क पर फेंक छिप जाते हैं। इससे निजात पाने के लिए नोएडा प्राधिकरण मुहिम शुरू करने जा रहा है।
बता दें कि नोएडा शहर की आबादी करीब 15 लाख है। मास्टर प्लान 2031 तक यहां की आबादी करीब 30 लाख होगी। इनके निवास के लिए शहर के सेक्टर व गांवों में तीन, चार मंजिला के अलावा बहुमंजिला इमारत बनी हैं। अधिकांश में लिफ्ट नहीं है। ऐसे में ये लोग रात में बालकनी से सीधे सड़क पर कचरा फेंक देते हैं। सुबह सेक्टर व गांव की सड़कें घरेलू कचरे से पटी मिलती हैं। प्राधिकरण के सफाई कर्मचारी इस तरह के कचरे को प्राथमिक कूड़ा घर ले जाते हैं। जबकि कचरे की एक गाड़ी और कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों से कचरा लेते हैं। बावजूद इसके शहरवासी मनमानी पर अमादा हैं।
ऐसे में इन लोगों पर कार्रवाई होना जरूरी है। लिहाजा प्राधिकरण इसके लिए गुप्तचरों की मदद ले रहा है। यही नहीं जिस मकान के सामने की सड़क पर कचरा पड़ा मिला। उस मकान मालिक के खिलाफ कार्रवाई होगी। मालिक को यह ध्यान रखना आवश्यक होगा कि वह किराएदारों से स्पष्ट कहे कि कचरा सिर्फ प्राथमिक कूड़ा घर या फिर कचरे की गाड़ी में ही डाले। उधर, प्राधिकरण ने ऐसे लोगों की पहचान करना शुरू कर दिया है। इन पर 5 हजार रुपए का तक का जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही यदि वह दोबारा ऐसा करते पाए तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्राधिकरण के एसीईओ आरके मिश्रा ने बताया कि शहर को स्वच्छ बनाने और प्रदूषण मुक्त करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। वहीं कई बार शिकायतें मिलती रहती हैं कि लोग अपनी बालकनी से कूड़ा सड़कों पर फेंक देते हैं, लेकिन अब ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर जुर्माना लगाया जाएगा।
Published on:
19 Jan 2018 09:06 am
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