
नोएडा. 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष बीजेपी पर निशाना साधे हुए है। एक तरफ जहां कई दल यूपी में महागठबंधन कर संभावना तलाश रहे है। वहीं दिल्ली में दो बार बीजेपी और कांग्रेस को पटखनी देने वाली आम आदमी पार्टी जन अधिकारी पदयात्रा के जरिए यूपी में जमीन तलाश रही है। आम आदमी पार्टी ने सहारपुर से बीजेपी के खिलाफ बिगुल बजा दिया है। केंद्र व राज्य की सरकार की नीतियों के खिलाफ बुधवार से पदयात्रा शुरू कर दी है।
लोकसभा चुनाव को देखते हुए आम आदमी पार्टी ने दिल्ली, पंजाब, गोवा आदि राज्यों में चुनावी मैदान में उतर चुकी है। यूपी में आम आदमी पार्टी ने तैयारी करनी शुरू कर दी है। पूर्वी यूपी में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता 25 जून से लेकर 8 जुलाई तक पैदल यात्रा निकाल चुके है। वहीं पश्चिमी यूपी में 28 अगस्त से जन अधिकार पदयात्रा शुरू कर दी है। यह यात्रा बुधवार को सहारनपुर से शुरू हुई और रामपुर में ठहरेगी। उसके बाद में 30 अगस्त को रामपुर से शामली के रवाना होगी। यहां कैराना समेत कई गांवों में कार्यकर्ता व पदाधिकारी लोगों को जागरुक करेगें। इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से किए गए वादों को याद दिलाया जाएगा। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बताया कि चुनाव से पहले बीजेपी ने बड़े—बड़े वाादे किए थे, लेकिन पूरे नहीं किए गए है। विकास का दावा करने वाली केंद्र सरकार वादों पर खरी नहीं उतरी है।
आम आदमी पार्टी की यूपी कार्यकारिणी की सदस्य सविता शर्मा ने बताया कि सहारनुपर से 28 अगस्त से जन अधिकारी पद यात्रा शुरू हो गई है। यह 8 सितबंर को गौतमबुद्धनगर में समाप्त होगी। उन्होंने बताया कि पद यात्रा के दौरन पश्चिमी यूपी में गांव-गांव जाकर नुक्कड़ नाटक के जरिए बीजेपी की पोल खोली जा रही है। उन्होंने बताया कि बीजेपी ने केंद्र और राज्यों में सत्ता संभालने केे बाद में किसान और मजदूरों के लिए बड़े—बड़े दावे किए थे। लेकिन खरे नहीं उतरी है। शिक्षा के क्षेत्र में कुछ नहीं किया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने किसान, मजदूरोंं के लिए कई योजना संचालित की है। कर्मचारियों के लिए पेंशन और दिल्ली में सफाई कर्मचारियों के अकाउंट में पैसे देने का बिल पास कराया है। वहीं स्कूल और मोहल्ला क्लिीनक और अस्पातालों में सुधार कराया है।
आम आदमी पार्टी पहले भी बीजेपी का खेल बिगाड़ चुकी है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी दिसबंर 2013 में पहली बार आई। कांग्रेस से गठबधंन करने के बाद में दिल्ली में पहली बार विधानसभा पहुंची। जनलोकपाल के मसले में कांग्रेस गठबधंन टूटने के बाद में फरवरी 2015 में प्रचंड बहुमत के साथ मेंं दिल्ली में सरकार बनाई थी। दोनों ही बार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बने। फिलहाल दिल्ली के मुख्यमंत्री है। इसके अलावा पंजाब और गोवा में भी बीजेपी को नुकसान पहुंचा चुकी है।
Published on:
29 Aug 2018 12:51 pm
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