
नोएडा. रमजान का मुकद्दस महीना शुरू होने के साथ ही फ्रूट्स बाजार भी तरह-तरह के खजूरों से पट चुका है। यहां 60 रुपए से लेकर 5000 हजार रुपए किलो तक के खजूर मौजूद हैं। रमजान के इस पवित्र महीने में खजूर के इस्तेमाल का अपना ही महत्व है। अमीर हो या गरीब सभी रोजेदार इफ्तार में खजूर को जरूर शामिल करते हैं। दरअसल, हदीस में खजूर से रोजा इफ्तार करने की बात आई है। इफ्तार करने का सुन्नत (पैगंबर मोहम्मद जो भी काम करते थे, उन्हें सुन्नत करार दिया गया है।) के मुताबिक तरीका ये है कि रूतब (पके हुए ताज़ा खजूर) से रोज़ा इफ्तार किया जाए।
अगर खजूर न मिले तो सूखे खजूर (छोहारा) से और अगर वह भी न हो तो पानी से इफ्तार करना चाहिए, क्योंकि अनस रज़ियल्लाहु अन्हु की हदीस है।‘‘अल्लाह के पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम मगरिब की नमाज़ पढ़ने से पहले कुछ रूतब पर इफ्तार करते थे, यदि वह न होती थीं तो चंद खजूरों पर, यदि वह भी उपलब्ध न होती तो चंद घूंट पानी पी लेते थे।’’ लेकिन इन खजूरों में भी कई किस्म पाई जाती है। इसी कड़ी में आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे खजूर के बारे में जिसे खाने से जादू और जहर भी असर नहीं करता है।
खजूर की इन विशेषताओं और इसकी मांग को देखते हुए नोएडा के फ्रूट्स मार्केट में दुनिया के अलग-अलग देशों से लाए गए खजूर की कई वैराइटी मौजूद है। इन दिनों नोएडा समेत भारतीय बाजार में मध्य पूर्वी देश जैसे ईरान, इराक, सऊदी अरब और फ़िलिस्तीन समेत नॉर्थ अफ्रीका के अल्जीरिया और ट्यूनीशिया से आए खजूर खरीदे जा सकते हैं। अजवा के बाजारों में अलावा सफवी, कलमी, अल रोजा, अलिफ रेहान, फरद, याकूत, अलमदीना, मरीयमी, कीमिया, बूमन, बट, इनसमूर, किम तमूर, फेलकॉन, डेसर्ट किंग, मस्कट, अरेबियन, सीडलेस आदि खजूर मौजूद हैं।
सबसे महंगा होता है अजवा खजूर
लेकिन इन खजूरों में सबसे ज्यादा मांग सऊदी अरब के मदीना से आने वाले अजवा खजूर की होती है। जह खजूर जितना खाने में सॉफ्ट और स्वादिष्ट है। उससे भी ज्यादा इसका धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व है। यही वजह है कि यह खजूर बाजार में 3000 से लेकर 5000 हजार रुपए किलो के दाम से बिक रहा है। नोएडा के सेक्टर-8 में दुकान लगाकर बैठे मोहम्मद लाडला ने बताया कि अजवा खजूर की कीमत 3500 रुपये किलो है। अजवा खजूर आन लाइन भी मौजूद है। अमेजन पर 200 ग्राम अजवा खजूर का पैकेट बीज के पाउडर के साथ 1680 रुपए में उपलब्ध है। इसके बावजूद इसकी खासियतों की वजह से बाजार में इस खजूर की भारी मांग है।
पैगम्बर मोहम्मद साहब ने ये बताई है अजवा खजूर की अहमीयत
दरअसल, अजवा खजूर का जिग्र इस्लामिक पवित्र ग्रंथ हदीस की किताबों में आया है। बुखारी शरीफ की हदीस (5779) में असद बिन अबी वक्कास (रजि) कहते हैं कि पैगम्बर मोहम्मद (स) ने फरमाया कि जो आदमी प्रति दिन सुबह के समय 7 अजवा खजूरें खा लिया करें, उस दिन उसे जहर और जादू भी नुकसान नहीं पहुंचा सकेगा। वहीं, मुस्लिम शरीफ की हदीस में जिक्र है कि हजरत आयशा रजिअल्लाह तआला अन्हु (मोहम्मद साहब की पत्नी) ने फरमाया कि अजवा खजूर में हर बीमारी का शिफा (इलाज) है। इसके अलावा दूसरी हदीस में आया है कि मोहम्मद साहब ने फरमाया था कि अजवा खजूर जन्नत का फल है और इसमें जहर से शिफा है। इतना ही नहीं कुछ हदीसों की मफहूम के मुताबिक मुहम्मद साबह ने दिल के मरीजों को इस खजूर के बीच को कूटकर पीने को भी कहा था और फरमाया था कि अजवा खबूर के बीज को खाने से दिल की बीमारी नहीं होती है।
आधुनिक मेडिकल साइंस के मुताबिक भी खजूर है लाभदायक
अजवा खजूर खास कर दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इसमें कैल्शियम, विटामिंस और स्वास्थ्य के लिए जरूरी प्रोटींस पाए जाते हैं। इसका आकार भी अन्य खजूरों की तुलना में बड़ा होता है। डॉक्टरों की मानें तो खजूर आयरन का अच्छा स्त्रोत है। यह हीमोग्लोबिन को सही रखने में मदद करता है। यह चक्कर, काले घेरे व बालों के झड़ने को रोकता है और रोग प्रतिरक्षा को बढ़ाता है। अजवा खजूर खास कर दिल के मरीजों के लिए मुफीद है, क्योंकि इसमें कैल्शियम,विटामिंस और स्वास्थ्य के लिए जरूरी प्रोटींस हैं। इसे अलावा आयुर्वेद में खजूर से 1200 बीमारियों के इलाज की बात कही गई है। यह जोड़ों का दर्द, सांस की बीमारी, लीवर, आंतों को मजबूत, मैदे की खुशकी, पानी की कमी को दूर करता है। इसमें फासफोरस और फाइबर भी पाया जाता है।
Published on:
18 May 2019 11:50 am
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