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बता दें कि नोएडा में तमाम सेक्टरों के मकानों के पतों पर कॉमर्शियल व निजी वाहनों को रजिस्टर्ड कराया गया है। इनमें से कॉमर्शियल वाहनों के मालिकों द्वारा एक बार टैक्स जमा करने के बाद दोबारा कभी टैक्स भरने के लिए कार्यालय से संपर्क नहीं किया गया। जिससे इस तरह सरकार का करोड़ों रुपये का राजस्व इन लोगों पर बकाया पड़ा है। इन्हें बार-बार नोटिस दिए जाने के बावजूद भी वाहन स्वामियों ने न तो टैक्स जमा किया और न ही कॉमर्शियल वाहन की फिटनेस कराई। यह भी पढ़ें
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जिले के परिवहन अधिकारी के मुताबिक रविवार को करीब 16 अधिकारी व कर्मचारी टीम एक सेक्टर के अंदर एकत्र होगी। इसके बाद वह सूचीबद्ध मकानों पर पहुंच कर वाहनों के स्वामियों की जानकारी के साथ-साथ नोटिस थमाने व बकाया टैक्स वसूलने की प्रक्रिया शुरु करेंगे। इस प्रक्रिया में जो भी वाहन स्वामी सहयोग नहीं करेगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह भी पढ़ें