
प्राधिकरण के अधिकारी ने बताया कि सेक्टर 154 में खसरा नंबर 191 है। यह प्राधिकरण की अधिग्रहीत और कब्जा प्राप्त जमीन है। इसका मुआवजा काश्तकार को दिया जा चुका है। इस जमीन पर अवैध प्लाटिंग की जा रही थी। जमीन के चारों ओर बाउंड्री वॉल की जा चुकी थी। यहां पक्का निर्माण किया जा रहा था। लोगों की बढ़ती संख्या को देखकर प्राधिकरण की टीम किसी तरह वहां से निकली। हालांकि इस दौरान प्राधिकरण ने काफी जमीन कब्जा मुक्त करा लिया था।
प्राधिकरण को जानकारी मिली तो नोटिस जारी किया गया। लेकिन अवैध निर्माण को ध्वस्त नहीं किया गया। ऐसे में प्राधिकरण के करीब 50 कर्मचारी जेसीबी और पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद अवैध निर्माण को ध्वस्त करने लगे।
इस दौरान सदरपुर गांव के सुरेंद्र प्रधान आशीष चौहान सहित 25-30 लोग पहुंचे और जेसीबी को रोक दिया। साथ ही कर्मचारियों और पुलिस के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग कर बात करने लगे। उन्हें रोकने पर जमीन पर पड़े पत्थर उठा लिए मारने का प्रयास किया। इसके बाद पथराव किया गया। वहीं जेसीबी का शीशा तोड़ने की कोशिश भी की गई। टीम ने किसी तरह वहां से भाग कर अपनी जान बचाई।
मौके पर थाना नॉलेज पार्क पुलिस पहुंची और मामले को शांत कराया। प्राधिकरण ने आशीष चौहान, सुरेंद्र प्रधान, विमल त्यागी, कन्हैया जाटव सहित करीब 15 अज्ञात के खिलाफ एक शिकायत थाना नॉलेज पार्क को दी है। पुलिस का कहना है कि थाना नॉलेज पार्क क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम बडौली में प्राधिकरण की टीम अपने कार्य से गई थी जिसकी सूचना स्थानीय पुलिस को नहीं दी गई थी। कार्रवाई के दौरान प्राधिकरण की टीम और किसान नेताओं के बीच कहासुनी हुई थी। पुलिसकर्मियों के साथ कोई मारपीट नहीं हुई है और शांति व्यवस्था स्थापित है।
सोर्स: IANS
Updated on:
12 Dec 2024 06:52 pm
Published on:
12 Dec 2024 06:50 pm
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