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गिरफ्तारी के डर से बसपा ने बदला आंबेडकर जयंती के कार्यक्रम का स्थल

देशभर में 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती के रूप में मनाया जाता है।

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मेरठ। देशभर में 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती के रूप में मनाया जाता है। वहीं मेरठ में जयंती समारोह का आयोजन करने के लिए बीएसपी द्वारा जगह बदल दी गई है। दरअसल, गत दो अप्रैल को एससी/एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में हुई हिंसा में पार्टी के कई नेताओं के जेल जाने और कई पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने के बाद बहुजन समाज पार्टी इस बार आंबेडकर जयंती मेरठ की जगह गौतमबुद्धनगर में मनाएगी।

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सहारनपुर मंडल में भी जयंती का आयोजन

इसके साथ ही सहारनपुर मंडल के तीनों जिलों का आयोजन भी सहारनपुर में रखा गया है। पुलिस ने पार्टी को साफ हिदायत दी है कि जो लोग 2 अप्रैल की हिंसा में शामिल थे वह यदि अगर किसी आयोजन में देखे गए तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर लेगी।

पार्टी के सूत्रों के अनुसार मेरठ में होने वाले आंबेडकर जयंती समारोह को स्थगित कर दिया है। जिसके चलते अब मंडल के सभी जिले मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, बागपत, हापुड़ के कार्यकर्ता गौतमबुद्ध नगर के दलित प्रेरणा स्थल में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे।

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बीएसपी के जिलाध्यक्ष मोहित कुमार ने बताया कि मेरठ का मंडलीय आयोजन स्थगित कर दिया गया है और इस बार गौतमबुद्ध नगर में कार्यक्रम का आयोजन रखा गया है। मेरठ जिले में पार्टी कार्यालय पर सिर्फ श्रद्धांजलि सभा का दी जाएगी।

अन्य संगठनों ने भी ली आयोजन की अनुमति

बीएसपी के अलावा अन्य संगठनों ने भी प्रदेश के हर जिले में आंबेडकर जयंती मनाने के लिए प्रशासन से अनुमति ली है। हालांकि इस बार प्रशासन द्वारा कई कड़ी शर्तों के बाद ही इजाजत दी गई है।

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बाहरी लोग कर सकते हैं हमला

खुफिया विभाग की रिपोर्ट के अनुसार आंबेडकर जयंती के कार्यक्रम में कई बाहरी लोग हमला कर सकते हैं। इसके अलावा भीड़ में शामिल लोग ही विवाद खड़ा कर सकते हैं। जिसके बाद एडीजी के निर्देश पर सभी प्रशासन द्वारा आयोजनों को अनुमति देते समय सख्त हिदायत दी जा रही है।