
rakesh tikait : Photo ANI
राकेश टिकैत का मानना है कि किसानों की समस्या का समाधान दिल्ली से ही मिलेगा। पुलिस की कोशिश है कि वे किसानों को आगे बढ़ने से रोक सकें लेकिन किसान अपनी मांगों को लेकर जमे हुए हैं।
किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च के दौरान कहा कि उनका आंदोलन दिल्ली की ओर है क्योंकि किसानों की समस्याओं का समाधान वहीं से निकलेगा। टिकैत ने कहा, "किसानों को महामाया फ्लाईओवर पर रोका गया है, जबकि वे दिल्ली पहुंचकर अपनी मांगें सरकार तक पहुंचाना चाहते हैं। पुलिस उन्हें रोकने का प्रयास कर रही है, लेकिन किसान अपनी मांगों पर अडिग हैं।"
किसान आंदोलन के दौरान महामाया फ्लाईओवर पर किसानों को रोका गया, लेकिन वे दिल्ली जाने के संकल्प पर कायम हैं। पुलिस द्वारा लगाई गई बैरिकेडिंग और सुरक्षा के बावजूद किसान अपनी मांगों को लेकर पीछे हटने को तैयार नहीं थे। उनका मानना है कि सरकार तक अपनी बात पहुंचाने और समाधान प्राप्त करने के लिए दिल्ली पहुंचना आवश्यक है।
नोएडा से दिल्ली जाने वाले चिल्ला बॉर्डर पर ट्रैफिक धीमा है। नोएडा सेक्टर 15ए और डीएनडी लूप से चिल्ला की ओर जाने वाले वाहनों को डायवर्ट कर निकाला जा रहा है। चिल्ला रेड लाइट को सुबह से सिग्नल फ्री रखा गया है, लेकिन बैरिकेडिंग के कारण केवल दो लेन से ट्रैफिक को दिल्ली में प्रवेश दिया जा रहा था। अब पुलिस ने नोएडा में दलित प्रेरणा स्थल के पास से बैरिकेड हटा दिए, जिससे यातायात फिर से शुरू हो गया।
किसानों और प्रशासन के बीच इस गतिरोध के कारण दिल्ली और नोएडा में ट्रैफिक और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। संसद सत्र के मद्देनजर नई दिल्ली क्षेत्र में विशेष सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं। संयुक्त पुलिस आयुक्त संजय कुमार ने बताया कि क्षेत्र में धारा 163 लागू की गई है। महामाया फ्लाईओवर, डीएनडी, और कालिंदी कुंज जैसे संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सीएपीएफ जवानों की तैनाती की गई है। निगरानी के लिए ड्रोन का भी उपयोग किया जा रहा है।
Updated on:
04 Jul 2025 06:37 pm
Published on:
02 Dec 2024 05:18 pm
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