VIDEO: इस सुपरहिट मूवी में काम कर चुकी यह लड़की नहीं बनना चाहती बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस, जानिए क्यों?
डिप्टी एसपी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि कई बेरोजगारों ने नौकरी के नाम पर ऑनलाइन ठगी की शिकायत की थी। इसके बाद पुलिस ने ठगी करने वालों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाई। पुलिस ने ठगी करने के एक आरोपी गौरव पांडेय तक पहुंच गई। यह नोएडा के सेक्टर-73 के जनता फ्लैट में रह रहा है। उन्होंने बताया कि ये लोग शाइन डॉटकॉम से डाटा चोरी कर उनका विभिन्न कंपनियों तथा बैंकों में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों से बात करते थे। अपने झांसे में लेकर पहली बार रजिस्ट्रेशन फीस 1600 रुपये, दस्तावेज सत्यापन के नाम पर 5000 रुपये और नियुक्ति पत्र के नाम पर 10 हजार रुपये लेते थे। पैसे खाते में ट्रांसफर होने के बाद ये उस सिम को बंद कर देते थे। उन्होंने बताया कि इस काम में विक्रांत गोस्वामी नाम का व्यक्ति फर्जी बैंक अकाउंट नंबर उपलब्ध कराता था। उन्होंने बताया कि पुलिस कानपुर निवासी दिनेश कुमार, सिराज और विक्रांत गोस्वामी की तलाश कर रही है।
डिप्टी एसपी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि कई बेरोजगारों ने नौकरी के नाम पर ऑनलाइन ठगी की शिकायत की थी। इसके बाद पुलिस ने ठगी करने वालों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाई। पुलिस ने ठगी करने के एक आरोपी गौरव पांडेय तक पहुंच गई। यह नोएडा के सेक्टर-73 के जनता फ्लैट में रह रहा है। उन्होंने बताया कि ये लोग शाइन डॉटकॉम से डाटा चोरी कर उनका विभिन्न कंपनियों तथा बैंकों में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों से बात करते थे। अपने झांसे में लेकर पहली बार रजिस्ट्रेशन फीस 1600 रुपये, दस्तावेज सत्यापन के नाम पर 5000 रुपये और नियुक्ति पत्र के नाम पर 10 हजार रुपये लेते थे। पैसे खाते में ट्रांसफर होने के बाद ये उस सिम को बंद कर देते थे। उन्होंने बताया कि इस काम में विक्रांत गोस्वामी नाम का व्यक्ति फर्जी बैंक अकाउंट नंबर उपलब्ध कराता था। उन्होंने बताया कि पुलिस कानपुर निवासी दिनेश कुमार, सिराज और विक्रांत गोस्वामी की तलाश कर रही है।
आंख मारने वाला प्रिया प्रकाश वारियर के वायरल वीडियो पर अभिभावकों ने जताई आपत्ति, कहा- स्कूलों में तुंरत बैन हो डिप्टी एसपी राजीव कुमार ने बताया कि यह गिरोह अभी तक वीजा और नौकरी दिलाने के नाम पर 400 से अधिक लोगों से करोड़ों की ठगी कर चुका है। यहां तक की यह गिरोह पासपोर्ट पर स्टैंप लगवाने के लिए भी पैसा हड़प लिए करते थे। गौरव पांडेय दिल्ली के एक संस्थान से हार्डवेयर नेटवर्किंग का कोर्स कर चुका है। यह अपने साथी कानपुर निवासी दिनेश कुमार और सिराज के साथ मिलकर ठगी के काम का ऑनलाइन रैकेट चला रहा था। कॉल करने के लिए इन्होंने लड़कियों को रखा हुआ था। ये लड़कियां नौकरी दिलाने के लिए लोगों को कॉल किया करती थी। जनवरी माह में अमरोहा के सुरजन सिंह को गुडकल ओवरसीज नाम की कंसल्टेंसी कंपनी से कॉल आई। सुरजन सिंह की माने तो उन्हें कॉल करने वाले जानकारी दी थी कि कंपनी जॉब मुहैया कराती है। यहां तक की वीजा और टिकट भी मुहैया कराया जाता है। एसपी राजीव कुमार ने बताया कि विदेश भेजने के लिए आरोपी लोगोंं को टिकट भी देे दिया करते थे। बाद में उसे चुपके से कैंसिल करा दिया करते थे।