
Video: यह कुख्यात बन गया बाबा, अब पहनता है करीब साढ़े 5 करोड़ के गहने, जानिए इसकी क्राइम हिस्ट्री
नोएडा। हर साल कांवड़ यात्रा ( Kanwar Yatra 2019 ) में सोने से लदे एक बाबा हरिद्वार ( Haridwar ) से गंगाजल लेकर आते हैं। करोड़ो रुपये के जेवर पहने इस बाबा को देखने के लिए हाईवे पर लोगों भीड़ लग जाती है। लोग उनके साथ सेल्फी खिचाने के लिए बेताब रहते हैं। इतना ही नहीं यह जिस जनपद से गुजरते हैं, वहां की पुलिस ने उन्हें सुरक्षा देती है। लेकिन क्या आपको पता है कि यह बाबा किसी जमाने में हिस्ट्रीशीटर रह चुके हैं मतलब छटे हुए बदमाश। आइए हम आपको गोल्डन बाबा ( golden baba ) के अतीत के बारे में बताते हैं।
इस साल कम सोना पहना
हम बात कर रहे हैं गोल्डन बाबा ( Golden Baba ) उर्फ सुधीर कुमार मक्कड़ की। गोल्डन बाबा ( Golden Baba ) इस साल करीब 5 करोड़ 60 लाख रुपये का सोना पहनकर कांवड़ यात्रा पर निकले हैं। हालांकि इस बार उन्होंने पांच किलो सोना कम पहना है। पिछली बार वह 21 किलो सोना पहनकर गंगाजल लाए थे। इसकी वजह उन्होंने खराब तबीयत को बताया। उनका कहना है कि उनके गले का ऑपरेशन हुआ है। इस वजह से उन्होंने इस बार कम सोना पहना है। उनके काफिले में पिछली बार करीब 300 लोग शामिल थे, जो इस बार करीब 85 रह गए। इसमें उनके निजी सुरक्षाकर्मी भी हैं। रविवार को गाजियाबाद पहुंचे गोल्डन बाबा ( Golden Baba ) को पुलिस ने सुरक्षा घेरे में ले लिया। उनके काफिले में फॉर्च्यूनर से लेकर टेंपो तक साथ चल रहे हैं। वह 30 जुलाई 2019 यानी मंगलवार को शिवरात्रि ( Shivratri ) पर दिल्ली के अशोक गली के लक्ष्मी नारायण मंदिर में जल चढ़ाएंगे। गोल्डन बाबा ने बताया कि जब तक उनकी सांसें चलती रहेंगी, वह कांवड़ लाते रहेंगे।
यह है Golden Baba का इतिहास
अब आपको बताते हैं गोल्डन बाबा के इतिहास के बारे में। करीब 57 साल के गोल्डन बाबा का नाम सुधीर कुमार मक्कड़ है। वह श्री गोल्डनपुरी आश्रम के महंत भी हैं। गोल्डन बाबा उफ सुधीर कुमार मक्कड़ उर्फ बिट्टू भगत पूर्वी दिल्ली ( delhi ) के पुराने हिस्ट्रीशीटर हैं। उन पर अपहरण, फिरौती व जबरन धन उगाही जैसे 34 मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं। करीब 12 साल पहले 2007 में सुधीर कुमार मक्कड़ उर्फ गोल्डन बाबा पर अपहरण के मामले में 25 लाख रुपये की फिरौती मांगने का भी आरोप लगा था। कई मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं। आज गोल्डन बाबा करोड़ों के जेवर पकहनकर घूमते हैं। उनकी हर उंगली में सोने की अंगूठी होती है।
दर्जी का काम करते थे Golden Baba
बताया जाता है कि गोल्डन बाबा कभी दिल्ली ( Delhi ) के गांधी नगर में कपड़े का काराेबार करते थे। वह वहां पर दर्जी हुआ करते थे। इसके बाद उन्होंने प्रॉपर्टी के काम भी हाथ आजमाया। वह हरिद्वार में हर की पौड़ी पर भी माला और कपड़े बेच चुके हैं। कपड़े और प्रॉपर्टी का कारोबार करने वाले गोल्डन बाबा ने 2013 में कुंभ के बाद अपना कारोबार बंद कर दिया था। उनका दिल्ली के गांधी नगर की अशोक गली में एक आश्रम भी है। हरिद्वार में उनके गुरु चंदन गिरी जी महाराज ने 2013 में उनको गोल्डन बाबा नाम दिया था।
Updated on:
29 Jul 2019 10:42 am
Published on:
29 Jul 2019 10:36 am
बड़ी खबरें
View Allनोएडा
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
