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एनसीआर में ग्रैप लागू होने के पहले दिन बिगड़े नोएडा के हालात, ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई 300 के पार

ग्रेटर नोएडा एक बार फिर देश का सबसे प्रदूषित शहर बन रहा है। ग्रेटर नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 तक पहुंच रहा है। एक्यूआई के लिहाज से ग्रेटर नोएडा अब रेड जोन में है।

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Greater Noida's AQI 300

दिल्ली NCR में आज से ग्रैप सिस्टम लागू, नोएडा में प्रदूषण से हालात खराब, रेड जोन में ग्रेटर नोएडा।

एनसीआर में आज रविवार 1 अक्टूबर से ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू हो गया है। लेकिन ग्रैप के लागू होने के एक दिन पहले से ग्रेटर नोएडा में वायु प्रदूषण की स्थिति भयावह हो गई है। शनिवार की रात ग्रेटर नोएडा देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा । शनिवार की शाम वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 298 दर्ज किया गया। एक्यूआई के लिहाज से शहर अब रेड जोन में है। बीते दस दिन में दो से अधिक बार ग्रेनो देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा है।
आज रविवार से ग्रैप की शर्तें दिल्ली के वायु प्रदूषण के आधार पर लागू होंगी। हालांकि जिले के तीनों प्राधिकरणों, प्रशासन और उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने इससे जुड़ी तैयारी नहीं की है।

पाबंदिया लागू होने से एक दिन पहले तक विभाग अपनी जिम्मेदारी एक-दूसरे पर डाल रहे थे। यूपीपीसीबी के अधिकारियों का कहना है कि शहरी क्षेत्र में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ग्रैप के नियमों का पालन कराएगी। प्रदूषण बोर्ड अधिकारियों के अनुसार सड़कों की धूल और निर्माणाधीन साइटों पर नियमों का उल्लंघन प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण बन रहा है। टूटी सड़कों को बनाने और धूल को साफ करने पर कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा। इस संबंध में प्राधिकरण को कई बार पत्र भेजा गया है। लोगों का कहना है कि अगर यहीं हालात रहे तो जल्द एक्यूआई रेड जोन और फिर डार्क रेड जोन में पहुंचेगा।

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347 रहा ग्रेनो वेस्ट का AQI
यूपीपीसीबी ने प्रदूषण के स्तर का पता लगाने के लिए ग्रेटर नोएडा और ग्रेनो वेस्ट में मॉनिटरिंग सिस्टम लगा दिए हैं। जिनके हिसाब से ग्रेनो वेस्ट वायु प्रदूषित की स्थिति अधिक खराब है। शनिवार को एक्यूआई 374 दर्ज किया गया। विभाग के अनुसार निर्माणाधीन साइटों की संख्या अधिक होने के कारण प्रदूषण सबसे अधिक यहीं पर है।