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नोएडा। उत्तर प्रदेश के मेरठ में गठित पहली हिंदू अदालत के गठन जहां एक तरफ इलाहाबाद हाई कोर्ट ने प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है। वहीं अब कथित हिंदू कोर्ट में नियुक्त की गई पहली जज ने एक बयान ने खलबली मचा दी है। दरअसल, कोर्ट के अनावरण के एक सप्ताह होने से पहले ही अब इसकी पहली जज डॉ पूजा शकुन पांडे अपने विवादित बयान के चलते सुर्खियों में आ गईं हैं।
डॉ पूजा शुक्ला ने एक मीडिया संस्थान से बातचीत करते हुए कहा कि ‘मुझे गर्व है कि हम नाथू राम गोडसे को पूजते हैं, वो गांधी के हत्यारे नहीं थे, उन्हें भारतीय संविधान लागू होने से पहले सजा दे दी गई थी। मुझे यह कहने में कोई डर नहीं है कि नाथू राम गोडसे ने गांधी को मार कर कोई पाप नहीं किया और मैं गर्व से कहती हूं कि अगर मैं नाथू राम गोडसे से पहले पैदा होती तो मैं खुद ही गांधी को मार देती। उन्होंने कहा कि गांधी ने देश का बंटवारा कर के ठीक नहीं किया। अगर आज भी कोई गांधी पैदा होता है जो देश बांटने की बात करेगा तो नाथू राम गोडसे भी इसी पुण्य भूमि पर पैदा होगा।‘
गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कानपुर के अमित सिंह की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हिंदू कोर्ट के गठन पर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी करते हुए जानकारी मांगी है। इसके अलावा मेरठ जिलाधिकारी और हिंदू कोर्ट की कथित जज डॉ पूजा शकुन पांडे को पक्षकार बनाने का निर्देश देते हुए भी नोटिस जारी किया गया है। अब इस मामले में अगली सुनवाई के लिए 11 सितम्बर की तारीख तय की गई है।
Published on:
23 Aug 2018 06:56 pm
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