इमाम की माने तो उन्हें और इंतजामिया कमेटी के सदस्यों को सेक्टर 58 के थाने में 19 दिसंबर को बुलाया गया। यहां पर पुलिस से कुछ बातों को लेकर लोग उलझ गए। इसके बाद बाकी लोगों को छोड़कर मुझे (इमाम) को और एक हाजी साहब को रोक लिया गया। इसके बाद उन्हें सेक्टर 19 के थाने ले जाया गया। फिर जेल भेज दिया गया। वे दोनों 22 दिसंबर को जेल से छूटकर आए हैं। गौरतलब है कि एक वीडियो वायरल हुआ है, जिस में दिख रहा है कि नमाज के बाद चटाई समेट रहे लोगों से कुछ लोग उनसे पूछ रहे हैं कि यहां नमाज क्यों पढ़ते हो, क्या तुम्हारे पास यहां नमाज पढ़ने की पर्मीशन है। इस को लेकर काफी देर तक बहसबाजी होती रही। नमाज का विरोध करने वाले मुसलमानों पर पार्क की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश का आरोप लगाते दिख रहे हैं। इसी के बाद मुसलमानों ने किसी भी अनहोनी को टालने के लिए पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी। लेकिन पुलिस ने सुरक्षा देने के बजाये पर्मीशन नहीं होने के नाम पर यहां नमाज पढ़ने पर ही बैन लगा दिया।