6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जैन मुनि नयन सागर प्रकरण में युवती का एक और वीडियो हुआ वायरल, हुआ यह खुलासा

14 अप्रैल और 23 जून की सीसीटीवी फुटेज की समानता से स्पष्ट हो रहा है कि युवती हर शनिवार को महाराज के पास आती रही।

2 min read
Google source verification

मुजफ्फरनगर। जैन मुनि नयन सागर प्रकरण में एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में चर्चित युवती को 14 अप्रैल की देर शाम अतिशय क्षेत्र वहलना में आते देखा गया था। धर्म बचाओ संघ खतौली ने जैन मुनि के साथ वीडियो में नजर आने वाली युवती पर समाज और प्रशासन को गुमराह करने का आरोप लगाया है। सकल जैन समाज-खतौली के अध्यक्ष सुशील कुमार जैन व धर्म बचाओ संघ के पंकज जैन, ऋषभ जैन व संजय जैन आदि ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि 14 अप्रैल की जो नई वीडियो सामने आई है। उसमें दिख रहा है कि युवती शाम सात बजे से सुबह 6 बजे तक वहलना में ही थी।

यह भी पढ़ें-VIDEO: जैन मुनि उपाध्याय नयन सागर के खिलाफ हरिद्वार में युवती के अपहरण का मुकदमा दर्ज

14 अप्रैल और 23 जून की सीसीटीवी फुटेज की समानता से स्पष्ट हो रहा है कि युवती हर शनिवार को महाराज के पास आती रही। उनका कहना है कि युवती ने सहारनपुर में प्रेस को दिए बयान में कहा था कि 14 अप्रैल को अनुपम जैन ने उसे एक घंटा कमरे में बैठाने का टारगेट दिया था और वह एक घंटे बाद रुड़की चली गई, जबकि 14 अप्रैल की फुटेज के मुताबिक वह पूरी रात वहीं रही। वीडियो वायरल होने पर वह लापता हो गई थी।

यह भी पढ़ें-जैन मुनि नयन सागर प्रकरण से इस शहर के जैन समाज में उबाल, जानिए इसके पीछे की वजह

परिवार की रिपोर्ट लिखवाने के बाद युवती अचानक सामने आ गई। जैन समाज के लोगों के एडीजी से मिलने के बाद युवती सहारनपुर में मीडिया के सामने आई और मनगढ़ंत कहानी सुनाते हुए समाज व प्रशासन को गुमराह किया।

यह भी देखें-जैन मुनि नयन सागर महाराज में नया मोड़ लड़की ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहीं यह बातें

उन्होंने आरोप लगाया कि युवती व महाराज मिले हुए हैं और लड़की आज भी उसके किसी परिचित के पास है। इस प्रकरण पर फैसले के लिए चंडीगढ़ में गुरुवार को भी कमेटी का गठन नहीं हो सका। कमेटी गठित करने के लिए 20 सितंबर की तारीख तय की गई थी। चंडीगढ़ जैन समाज के मंत्री एसके जैन का कहना है कि नाम नहीं मिल पाने के कारण गुरुवार को कमेटी का गठन नहीं हो सका।