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एग्जाम और इंटरव्यू का बदल गया तरीका, मिसयूज से करियर को खतरा

कोरोना काल में एग्जाम और इंटरव्यू के तरीके बिलकुल बदल गए है। सोशल मीटिंग साइट्स जैसे गूगल मीट-जूम के जरिए लोग वर्चुअल माध्यम से इंटरव्यू और मीटिंग करने लगे हैं।

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नोएडा. कोरोना संक्रमण के बाद लगे लॉकडाउन से लोगों के रहन-सहन से लेकर सभी तौर-तरीकों में काफी बदलाव आया है। बच्चों की पढ़ाई और एग्जान ऑनलाइन होने के साथ ही बड़ों का ऑफिस भी वर्क फ्रॉम होम हो गया। इतना ही नहीं कोरोना काल में लोगों के इंटरव्यू से लेकर कंपनियों में ज्वाइनिंग तक ऑनलाइन हो गया। हालांकि इन बदलावों से कुछ लोगों को तो आराम मिला है, लेकिन बहुत से लोगों के साथ मिसयूज से करियर को खतरा भी हुआ है।

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एग्जाम और इंटरव्यू का बदल गया तरीका

कोरोना काल में एग्जाम और इंटरव्यू के तरीके बिलकुल बदल गए है। सोशल मीटिंग साइट्स जैसे गूगल मीट-जूम के जरिए लोग वर्चुअल माध्यम से इंटरव्यू और मीटिंग करने लगे हैं। गैजेट्स फैंडली लोगों के लिए तो ये तरीका अच्छा रहा, लेकिन वहीं तमाम ऐसे लोग जो इनका इस्तेमाल सही तरीके से नहीं कर पाते हैं उनके साथ कई तरह की दिक्कतें भी हुईं।

मिसयूज से करियर को खतरा

लाखों ऐसे लोग हैं जो गैजेट्स फैंडली या यूं कहें कि सोशल मीटिंग साइट्स फैंडली नहीं है। ऐसे लोगों को इस दौरान काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही हजारों-लाखों लोगों के साथ साइबर फ्रॉड भी हुआ। जिससे उनके करियर पर भी खतरा पड़ा है। आपको याद होगा इसी दौरान देश में पेगासस जासूसी का भी मामला सामने आया था।

बच्चों की पढ़ाई में बदलाव

कोरोना वायरस संक्रमण का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ा है। पहले मां-बाप अपने बच्चों को गैजेट्स से दूर रखने की कोशिश करते थे। ताकि बच्चों का पूरा ध्यान पढ़ाई में लगे, लेकिन लॉकडाउन के बाद पैरेंट्स चाह कर भी बच्चों को इन चीजों से दूर नहीं रख पाएंगे।

रहन-सहन में भी आया बदलाव

इस दौरान लोगों के रहन-सहन में काफी बदलाव आया है। लोगों के सोने से लेकर उठने तक के टाइमिंग में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। बच्चे घरों से बाहर निकल खेलने के बजाय इनदिनों गैजेट्स में दिनभर व्यस्त रहते हैं। लगातार स्क्रीन को देखने की वजह से बच्चें बीमार पड़ने लगे हैं तो वहीं बड़ों की बात करें तो उनमें मानसिक परेशानियां उभरने लगी हैं।

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