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सचिन-सीमा की लव स्टोरी: पबजी पार्टनर के प्यार की खातिर सरहद पार से आने वाली पाकिस्तान की सीमा हैदर पर फिर से कानून का शिकंजा कस सकता है। केंद्रीय एजेंसियों के जांच शुरू करने के बाद पुलिस ने सीमा हैदर की जमानत खारिज करने की तैयारी शुरू कर दी है। सीमा के पाकिस्तानी मोबाइल, सिम कार्ड और सीमा पार की गतिविधियों की जांच अब तक पूरी नहीं हुई है। पुलिस को संदेह है कि सीमा सबूतों को प्रभावित कर सकती है या फिर फरार हो सकती है। इसके अलावा कुछ नए तथ्यों के आधार पर पुलिस केस में धारा बढ़ाने का भी प्रयास कर रही है।
अगर न्यायालय में पुलिस की अर्जी स्वीकार हो जाती है तो उसे फिर से जेल जाना पड़ सकता है। सीमा के पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते रबूपुरा में आने और सचिन मीणा व उसके पिता नेत्रपाल को शरण देने के मामले में रबूपुरा पुलिस ने तीनों को नामजद करते हुए केस दर्ज किया था।
उस दौरान केस में जो धाराएं लगी थीं, उनमें पांच साल की अधिकतम सजा थी। इसके चलते न्यायालय से तीनों को जमानत मिल गई थी। अब मामले में पुलिस ने विधिक सलाह लेने के बाद जमानत खारिज कराने के लिए न्यायालय में याचिका देने की पूरी तैयारी कर ली है। सीमा पर शिकंजा कानून का शिकंजा कसता है तो सचिन की भी मुश्किल बढ़ सकती हैं।
सीमा हैदर का खुला राज
पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर के बारे में यूपी एटीएस भी की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल एटीएस केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित कर सीमा हैदर के पाकिस्तान से यूपी तक अने और उसके संपर्कों के बारे में पड़ताल कर रही है। सीमा हैदर मामले की नोएडा और गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट जांच कर रहे हैं, जिन्होंने कई अहम जानकारियां पता लगाने के लिए यूपी एटीएस से तकनीकी मदद मांगी है।
सूत्रों के मुताबिक एटीएस केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के साथ सीमा हैदर के पाकिस्तान से दुबई और फिर नेपाल के रास्ते भारत आने के पूरे नेटवर्क को खंगाल रही है।
ये भी पता लगाया जा रहा है कि इस दौरान उसने किन मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल किया था। वहीं, ग्रेटर नोएडा निवासी सचिन के संपर्क में वह कब से थी और दोनों के बीच किन मोबाइल नंबरों से बातचीत की जा रही थी।
जांच एजेंसियों को बिना किसी की मदद के सीमा हैदर के दुबई होकर नेपाल आने और आसानी से भारत में प्रवेश करने की थ्योरी गले नहीं उतर रही है। उसके पुराने मोबाइल नंबरों का पता नहीं लगने से स्थानीय पुलिस को जांच आगे बढ़ाने में मुश्किलें आ रही थी, जिसकी वजह से एटीएस से मदद मांगी गई है।
Published on:
17 Jul 2023 04:45 pm
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