7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इस शहर में आने पर चली गई थी नारायण दत्त तिवारी की कुर्सी, घबराने लगे थे बड़े नेता

1989 में एनडी तिवारी की कुर्सी जाने के बाद मुलायम सिंह यादव को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला था।

2 min read
Google source verification
nd tiwari

इस शहर में आने पर चली गई थी नारायण दत्त तिवारी की कुर्सी, घबराने लगे थे बड़े नेता

नोएडा। अविभाजित उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे दिग्गज नेता नारायण दत्त तिवारी (एनडी तिवारी) का गुरुवार को निधन हो गया। वे चार बार उत्तर प्रदेश एवं एक बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे थे। उनके निधन के बाद आज नोएडा से जुड़ी हुई उनकी एक याद ताजा हो गई। दरअसल 1989 में एनडी तिवारी बतौर सीएम एक पार्क का उद्घाटन करने नोएडा पहुंचे थे उसके बाद उनकी सरकार गिर गई थी। इसी के बाद नोएडा को लेकर शुरु हुआ यह अंधविश्वास कि नोएडा आने पर मुख्यमंत्री की कुर्सी चली जाती है और मजबूत हो गया था। यह अंधविश्वास वीर बहादुर सिंह की कुर्सी जाने के बाद शुरू हुआ था।

यह भी पढे़ं-सपा नेता ने सीएम योगी और पीएम मोदी पर इस तरह साधा निशाना कि मच गई हलचल

1989 में एनडी तिवारी की कुर्सी जाने के बाद मुलायम सिंह यादव को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला था। हालांकि मात्र डेढ़ वर्ष बाद ही मुलायम सिंह यादव की भी कुर्सी चली गई थी। इसके बाद तो नेताओं में ऐसा वहम आ गया कि वो नोएडा आने से कतराने लगे। साल 2000 में जब राजनाथ सिंह सीएम बने तो कुर्सी जाने के डर से वो नोएडा नहीं आए। 2003 से 2007 तक मुलायम सिंह यूपी के सीएम रहे, लेकिन वो भी नोएडा नहीं आए।

यह भी देखें-सबरीमाला मंदिर विवाद पर बोले मोहन भागवत

इसके साथ ही बसपा सुप्रीमो मायावती 2007 में मुख्यमंत्री बनने के बाद नोएडा आईं तो अगले चुनाव में करारी हार के बाद उनकी भी कुर्सी चली गई थी। इनके बाद मुख्यमंत्री बने अखिलेश यादव भी इसी मिथक के चलते पूरे पांच साल में एक बार भी नोएडा नहीं आए। हालांकि इसके बावजूद भी उनकी कुर्सी चली गई। फिलहाल यूपी के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब तक कई बार नोएडा आ चुके हैं। जिससे उपचुनाव में भाजपा की लगातार हार के बाद यही चर्चा है कि योगी के लिए भी नोएडा का दौरा अशुभ साबित हो गया है।