29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जाति लिखने पर हुआ जुर्माना तो आगबबूला हुआ चालक, बोला- ब्राह्मण ब्राह्मण नहीं लिखवाएगा तो क्या लिखवाएगा

Highlights: -केंद्र सरकार के नए निर्देश के बाद नोएडा में की गई कार्रवाई -ट्रैफिक इंस्पेक्टर बोले- नंबर प्लेट से लेकर वाहन पर कहीं नहीं लिखी हो जाति -चालक बोले, यह नियम बिल्कुल गलत है

2 min read
Google source verification
screenshot_from_2020-12-30_09-28-30.jpg

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

नोएडा। जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिये ज्ञान, कबीर के इन बोल से सभी वाकिफ हैं, लेकिन युग बदला जरूरतें बदलीं। बैल गाड़ी, ऊंट गाड़ी, हाथ गाड़ी से होते हुए आज इंसान महंगी लक्सरी कार का सफर कर रहा है। लेकिन क्योंकि उसे अपनी जाति/ओहदा दिखाने की बीमारी थी तो वो इसके लिए अपनी गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहा है। जैसे ही कोई गाड़ी खरीदते है, उस पर जाति लिखवाना नहीं भूलता। वहीं अब गाड़ियों पर जातिसूचक स्टीकर लगवाने या पेंट करवाए जाने को लेकर केंद्र सरकार के नए निर्देश के बाद यूपी में कार्रवाई शुरू हो गई है। इसके चलते नोएडा समेत यूपी के कई शहरों में पुलिस ने जाति लिखी गाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई की है।

यह भी पढ़ें: कोरोना के नए स्ट्रेन की चुनौतियों के बीच स्वास्थ्य महकमा अलर्ट, की जा रही ये तैयारियां

इस दौरान ट्रैफिक पुलिस द्वारा एक कार को रोका गया। जिसके पिछले शीशे पर 'पाठक जी’ लिखा हुआ है। जब पुलिस ने इन पर कार्रवाई की तो चालक आगबबुला हो गए और बोले कि ये नियम बिल्कुल ग़लत है। उन्हें अपनी जाति पर गर्व है, इसलिए उन्होंने गाड़ी पर अपनी जाति लिखवाई हुई है। अगर ब्राह्मण ब्राह्मण नहीं लिखवाएगा तो क्या लिखवाएगा। ये बिल्कुल ग़लत नियम है। वहीं पुलिस का कहना है कि अगर किसी ने अपनी गाड़ी पर अपनी जाति लिखवाई है तो उसको जुर्माना भरना ही होगा।

यह भी देखें: सहारनपुर पहुंचे पर्यावरण वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री अनिल शर्मा

नोएडा ट्रैफिक इंस्पेक्टर अशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि अगर गाड़ी में नंबर प्लेट से लेकर कहीं भी जाति या फिर जातिसूचक शब्द लिखा है तो 500 रू के दंड से लेकर गाड़ी सीज़ करने तक का प्रावधान है। शासन के नए आदेश के मुताबिक़ धारा 177 के तहत चालान हो रहा है। हालांकि इस बीच कुछ चालकों द्वारा इस कार्रवाई का विरोध भी किया जा रहा है। वहीं कुछ लोग अपनी ग़लती मानते हुए आगे से ऐसा न करने की बात भी करते नज़र आए।