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NOIDA के सेक्टर-123 में कूड़ा डालने की प्राधिकरण की योजना के खिलाफ लोगों ने शुरू किया विरोध

प्राधिकरण के फैसले के खिलाफ विरोध करने की बना रहे योजना

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Dumpyard

नोएडा. शहर से निकलने वाले कूड़े को सेक्टर-138 में डालने पर एनजीटी द्वारा रोक लगाए जाने के बाद प्राधिकरण ने सेक्टर-123 स्थित 25 एकड़ जमीन को नोटिफाई किया था। लेकिन योजना को अमली जामा पहनाने से पहले ही यहां आसपास रहने वाले लोगों ने अभी से इसका विरोध शुरू कर दिया है। दरअसल, बुधवार को सेक्टर- 119 स्थित गौड़ ग्रैंडिउर के रेजिडेंट्स ने सोशल मीडिया पर विरोध जताया है। रेजिडेंट्स ऑफ गौड़ नामक ट्विटर हैंडल से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , नोएडा ऑथोरिटी को टैग कर कहा है कि यहां 10 हजार परिवार रहते हैं और नोएडा ऑथोरिटी और एनजीटी इस तरह का फैसला कैसे ले सकते हैं।

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कूड़ा डालने के खिलाफ प्रदर्शन की बना रहे योजना
गौड़ ग्रैंडिउर के आरडब्लूए अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने बताया कि अभी तक प्राधिकरण की ओर से सेक्टर-138 में कूड़ा डाला जाता था, जिसका विरोध वहां रहने वाले लोगों ने किया। इसके बाद एनजीटी की ओर से वहां रोक कूड़ा डालने पर रोक लगाए जाने के बाद प्राधिकरण सेक्टर-123 में कूड़ा डालने की योजना बना रहा है। लेकिन इससे स्थिति वैसी ही बनी रहेगी जैसी वहां थी। क्योंकि यहां भी हजारों लोग रहते हैं और वह सभी इसका विरोध करेंगे। उन्होंने बताया कि हम लोगों ने अभी सोशल मीडिया पर इसके खिलाफ मुहिम शुरू की है। यदी प्राधिकरण की ओर से यहां कूड़ा डालने का फैसला किया गया तो जल्द ही हम आसपास के लोगों से बात कर इसका विरोध करेंगे।

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कूड़ा डंप करने से परेशानी, वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट से दिक्कत नहीं

राजेश गुप्ता ने बताया कि प्राधिकरण अगर यहां सोलिड वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट लगाता है तो हमें कोई परेशानी नहीं है। लेकिन अगर यहां कूड़ा डंप किया गया तो हम इसका पूरजोर विरोध करेंगे। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण और एनजीटी को ये सोचना चाहिए कि जिस जगह शहर का डंप यार्ड बनाने की योजना बनाई जा रही है। उसके आसपास रहने वाले लोग वहां कैसे रहेंगे।

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उल्लेखनीय है कि शहर से रोजाना करीब 350 मैट्रिक टन कूड़ा निकलता है, जिसे प्राधिकरण की ओर से सेक्टर- 138 स्थित एक खाली प्लॉट पर फेंका जाता था। इसका विरोध यहां आसपास रहने वाले लोगों ने किया और एनजीटी में इसके खिलाफ गुहार लगाई, जिसपर सुनवाई करते हुए एनजीटी ने यहां कूड़ा फेंकने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इसके साथ ही प्राधिकरण को निर्देश किए है कि वह डंपयार्ड के लिए कोई निर्धारित जगह तय करें, जिसके बाद प्राधिकरण ने सेक्टर-123 स्थित 25 एकड़ जमीन को नोटिफाई किया है।