
सेकेंड हैंड गाड़ियां खरीदने वाले लोग सतर्क हो जाएं। पुलिस ने इसे लेकर एडवाइजरी भी जारी कर दी है। खामी पाए जाने पर गाड़ी को सीधे सीज कर दिया जाएगा। एक हिट एंड मामले के बाद पुलिस व्यापक अभियान चला रही है।
नोएडा में बीते साल की 31 दिसंबर की रात हिट एंड रन केस सामने आया था। कार की चपेट में आकर बीटेक स्टूडेंट स्वीटी कुमारी बुरी तरह घायल हो गई थी। घटना के बाद से ही स्वीटी कोमा में है। दुर्घटना के बाद कार के बारे में जानकारी जुटना पुलिस के लिए चैलेंज बन गया था।
नोएडा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के अनुसार, हिट एंड रन केस के बाद पुलिस के लिए विवेचना किसी चुनौती से कम नहीं था। पुलिस के पास कार से जुड़ी दो ही जानकारी थी। सफेद रंग की सैंट्रो कार। तलाश किए जाने पर केस से मिलती 12 हजार कारें मिलीं। पुलिस जांच में बाद में 2006 मॉडल की एक कार के बारे में पता चला। ये कार कई बार खरीदी और बेंची गई। हालांकि, इस कार मालिक ही नहीं बदला।
कई बार बेंची और खरीदी गई कार
हिट एंड रन केस की कार का पता पुलिस ने हाई रेजोल्यूशन कैमरे की मदद से लगाया। गाड़ी नंबर से पुलिस कार के मालिक तक पहुंच गई। मगर यहीं पर केस में नया मोड़ आ गया। कार मालिक ने बताया कि कार को वह बहुत पहले ही बेंच चुका है। कार कई बार बेंची और खरीदी गई। काफी मशक्कत के बाद पुलिस कार के मौजूदा मालिक तक पहुंची।
चालान की जगह सीधा सीज
कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बताया, इस घटना के बाद जिले के तीनों जोन में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। राडार पर पुरानी या सेकेंड़ हैंड गाड़ियां हैं। हर गाड़ी के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की जांच की जा रही है। गड़बड़ी पाए जाने पर गाड़ियों के चालान की जगह सीधा सीज किया जाएगा। आगे भी ऐसे अभियान चलाए जाएंगे।
Published on:
21 Jan 2023 07:06 pm
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