8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नशीली दवा नहीं देने पर दुकानदार पर जानलेवा हमला, शिकायत दर्ज कराने गए परिजनों को पुलिस ने धमकाकर भगाया

हमले में दुकानदार गंभीर रूप से हुआ घायल दुकानदार का आरोप, हमलावर को है पुलिसकर्मी की शह पुलिस ने बिना एफआईआर दर्ज किए धमकी देकर भगाया

2 min read
Google source verification
noida

नशीली दवा न देने पर दुकानदार पर जानलेवा हमला, शिकायत दर्ज कराने गए परिजनों को पुलिस ने धमकाकर भगाया

नोएडा. नशीली दवा न देने पर एक युवक ने दुकानदार पर जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है। गंभीर रूप से घायल दुकानदार का आरोप है कि हमलावर को एक पुलिसकर्मी की शह मिली हुई है। आरोपी युवक ने पहले भी चोरी का मोबाइल देकर फंसाने की कोशिश की थी। आरोप है कि इस मामले की शिकायत करने पर परिजनों को थाना फेज-तीन पुलिस ने थाने में ही बैठा लिया और बिना एफआईआर दर्ज किए धमकी देकर भगा दिया।

यह भी पढ़ें: दिल्ली के तीन बड़े व्यापारी कार समेत गंग नहर में समाए, चौथे दिन इस हाल में निकाले गए

दरअसल, थाना फेज-तीन क्षेत्र के ममूरा में आदित्य मेडिकोज नाम से प्रदीप नाम के शख्स का का एक मेडिकल स्टोर है। जिस पर प्रदीप की पत्नी का भाई महेश बैठता है। दुकान पर बैठने के दौरान उसकी दोस्ती नरेंद्र नाम के युवक से हो गई। बसई गांव में रहने वाला नरेंद्र ऑटो चलाता है। महेश का आरोप है कि ऑटो चालक नरेंद्र को थाना फेज-तीन में तैनात एक पुलिसकर्मी संरक्षण देता है।

यह भी पढ़ें: पिता कर रहा था ऐसा काम, जब बेटी का टूट गया सब्र का बांध तो प्रेमी के साथ मिलकर उतार दिया मौत के घाट

महेश के मुताबिक दो दिन पहले नरेंद्र उसकी दुकान पर आया और एक नशीली दवा की मांग की। बिना प्रिसकिप्शन के दवा देने से इंकार करने के बाद नरेंद्र ने पहले सिफारिश की और बाद में देख लेने की धमकी देकर चला गया। महेश ने बताया कि गुरुवार को वह बाइक पर सवार होकर दुकान खोलने जा रहा था। काफी दूर तक पीछा करने के बाद आखिर सेक्टर-71 के पास नरेंद्र ने उसकी बाइक पर जोर से लात मार दी। इससे वह गिरकर बुरी तरह जख्मी हो गया।

यह भी पढ़ें- प्रसाद चढ़ाने सिद्धबली मंदिर जा रहे मां-बेटे की मौत और पिता-पुत्र का हो गया ऐसा हाल, लोग नहीं रोक पाए आंसू

महेश के जीजा प्रदीप का आरोप है कि इस मामले की शिकायत करने परिजनों को थाना फेज-तीन की पुलिस ने बैठा लिया और बिना एफआईआर दर्ज किए धमकी देकर भगा दिया। नरेंद्र ने पहले भी महेश को फंसाने की कोशिश की थी। तब नरेंद्र ने चोरी का एक मोबाइल फोन रखने के लिए उसके ***** महेश को दे दिया और कुछ ही देर बाद उसे चोरी के इल्जाम में फंसा दिया। बड़ी मुश्किल से उस मामले से छुटकारा मिला। महेश और उसके जीजा का आरोप है कि नरेंद्र थाना फेज-तीन में तैनात पुलिस वाले के लिए मुखबिरी का काम करता है, इसलिए उसे पुलिसवाले संरक्षण देते हैं।