
डंपिंग ग्राउंड के विरोध आए ये सासंद, अदालत जाने की दी चेतावनी
नोएडा। नोएडा में बन रहे डंपिंग ग्राउंड का जहां स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। वहीं अब इश मुद्दे पर राजनीति भी शुरू हो गई है और इन मामले में समाजवादी पार्टी विरोध कर रहे लोगों का खुल कर समर्थन कर रही है। पूर्व सपा एमएलसी राकेश यादव ने नोएडा सेक्टर 123 में बन रहे डंपिंग ग्राउंड के खिलाफ लोगों के साथ खड़े नजर आए तो अब राज्यसभा सांसद और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सुरेंद्र सिंह नागर भी मैदान में उतर आए हैं। इतना ही नहीं सुरेंद्र सिंह नागर ने तो अदालत जाने की भी तैयारी में हैं।
राज्यसभा से सपा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर ने कहा कि सेक्टर-123 में कूड़ाघर नहीं बनने देंगे और यदि प्राधिकरण के जिद्द की वजह से बन भी गया तो उसे रहने नहीं देंगे। दरअसल नोएडा के सेक्टर-15 में आयोजित प्रेस कान्फेंरस में सुरेंद्र नागर ने कहा कि प्रदेश के बड़े शहरों में कूड़े के निस्तारण के लिए उत्तर प्रदेश में ‘स्टेट लेवल एनवारमेंट इंपैक्ट एसेसमेंट अथॉरिटी, उत्तर प्रदेश’ बनाई गई है। इसका काम प्रदेश के शहरों में डंपिंग ग्राउन्ड और कूड़े के निस्तारण की समस्या का निदान करना है। नोएडा प्राधिकरण ने 13 मई 2016 को स्टेट लेवल एनवारमेंट इंपैक्ट एसेसमेंट अथॉरिटी को भेजे पत्र में कहा था कि ग्रेटर नोएडा के अस्तौली में डंपिंग ग्राउन्ड बनाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण तैयार है। पत्र में यह भी कहा गया था कि नोएडा सेग्रीगेटेड वेस्ट को ट्रीटमेंट के लिए अस्तौली भेजेगा। यह भी कहा गया था कि कूड़े का निस्तारण किस तरह से करेंगे। यह प्लान वर्ष-2040 तक के लिए बनाया गया था।
इसके साथ ही सांसद ने नोएडा प्राधिकरण पर मनमानी और जनस्वास्थ्य के खिलाफ काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अथॉरिटी के प्रोजेक्ट इंजीनियर समाकांत श्रीवास्तव ने 14 सितंबर-2016 को एक आरटीआई के जवाब में कहा था कि सेक्टर-123 में डंपिंग ग्राउन्ड बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। आरटीआई के जवाब में प्राधिकरण ने यह भी कहा था कि वहां कूड़ाघर बनाना किसी भी लिहाज से उचित नहीं है। लेकिन, नोएडा प्राधिकरण की 176वीं बोर्ड बैठक में लैंडफिल साइट को बदलने का फैसला कर लिया गया। नियमानुसार डंपिंग ग्राउन्ड बनाने से पहले जन सुनवाई की जाती है। 17 अप्रैल-2018 को सेक्टर-6 स्थित इंदिरा गांधी कला केंद्र में हुई जन सुनवाई में नोएडा के नागरिकों, सामाजिक संगठनों, आरडब्ल्यूए और आम नागरिकों ने सेक्टर-123 में डंपिंग ग्राउन्ड बनाने का पुरजोर विरोध किया था, लेकिन प्राधिकरण को जनता की तकलीफों से कुछ भी लेनादेना नहीं है।
अस्तौली से लैंडफिल साइट को शिफ्ट करने के कारणों के बाबत पूछे गए सवाल के जवाब में सांसद ने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन इतना जरूर कहा कि इसका जवाब सत्ता में बैठे लोगों से पूछना चाहिए। उन्होंने कहा कि जेवर में एयरपोर्ट बनने से वहां की जमीन काफी महंगी हो गई है। और, सत्ता में बैठे लोग उसका लाभ लेना चाहते हैं। अस्तौली में लैंडफिल साइट बनने से उनका हित प्रभावित होगा। इसलिस उसे शिफ्ट किया जा रहा है। वहीं सपा महासचिव अब वे इस मुद्दे पर अदालत का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि शीघ्र ही अपील दायर हो जाएगी साथ ही कहा कि सेक्टर-123 में कूड़ाघर नहीं बनने देंगे और, अगर बन भी गया तो वहां रहने नहीं देंगे।
Updated on:
14 Jun 2018 09:45 am
Published on:
14 Jun 2018 09:33 am
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