
नोएडा। आए दिन दिल्ली और एनसीआर के शहरों से लग्जरी गाड़ियां चोरी होती हैं जिनमें से अधिकांश गाड़ियों का पुलिस भी पता नहीं लगा पाती। वहीं अब एक बड़ा खुलासा हुआ है कि चोरों का गिरोह यहां से कारों को चोरी करके मिजोरम के रास्ते म्यांमार सीमा पर पहुंचाई जा रही हैं और आशंका है कि ये गिरोह द्वारा यह गाड़ियां बॉर्डर पार प्रतिबंधित संगठनों को बेची जा रही हैं। यह बड़ा खुलासा यूपी एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए विदेशी हथियारों की तस्करी में लगे अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्यों ने पूछताछ के दौरान किया। दरअसल, एसटीएफ की पूछताछ में पता चला है कि चोरी की गई गाड़ियों को पश्चिमी यूपी के संभल में फर्जी आरसी बनाकर म्यांमार भेजा जा रहा था और यही गिरोह वहां से विदेशी हथियारों की तस्करी कर उन्हें दिल्ली-एनसीआर में खपा रहा था।
बता दें कि यूपी एसटीएफ टीम ने मंगलवार को सपा के पूर्व विधायक राकेश सिंह के अलीगढ़ स्थित घर पर छापा मारा। इस दौरान तस्करी कर लाई हुई ब्राजील की टॉरस पिस्टल बरामद की गई। जिसके बाद पूर्व विधायक से पूछताछ के बाद लखनऊ से नागेंद्र प्रताप सिंह, ईशान चौधरी, सुबूर, वसीम और अनीस को गिरफ्तार किया। इनमें से राकेश सिंह और नागेंद्र प्रताप सिंह अलीगढ़ के ही रहने वाले हैं, जबकि अन्य चार संभल के निवासी हैं। गिरफ्तारी के बाद इनके पास से काफी मात्रा में विदेशी हथियार बरामद हुए थे और पूछताछ में बताया गया कि ईशान चौधरी का भाई उवैस उर्फ शोएब इस गिरोह का सरगना है। जिसे अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है।
यूपी एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि गैंग के ज्यादातर लड़के संभल के रहने वाले हैं और यह सभी दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय थे। वहीं गैंग के सरगना उवैस ग्रेजुएट है और अभी सीए की तैयारी कर रहा था जो कि पकड़ा नहीं गया। ढाई साल पहले उसने मिजोरम में हथियारों की तस्करी और चोरी के वाहनों को खपाने के लिए पहले आईजोल आना-जाना शुरू किया। वह वहां अच्छी अंग्रेजी बोलने की वजह से संपर्क बनाने में कामयाब हो गया। इसके बाद ये गैंग दिल्ली-एनसीआर के शहरों से लग्जरी गाड़ियों को चोरी कर मिजोरम भेजने लगा और वहां से वापसी में ये लोग विदेशी हथियार लेकर आते थे और दिल्ली-एनसीआर समेत यूपी के अन्य शहरों में मोटे मुनाफे में खपा देते थे।
गिरोह को पकड़ने वाली टीम का नेतृत्व कर रहे अडिशनल एसपी राजीव नारायण मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि उवैस की गिरफ्तारी के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि उसने अपने गिरोह के साथ मिलकर दिल्ली-एनसीआर और यूपी के किन इलाकों में हथियार सप्लाई किए हैं। उन्होंने बताया कि जो लोग गिरफ्तार हुए हैं उनमें से ज्यादातर लोग संभल के निवासी हैं और इसलिए मामले की गंभीरता ज्यादा है, क्योंकि यहीं के कई लोग आतंकवादी संगठन अल कायदा से जुड़े हुए हैं और विदेशों से आतंकी गतिविधियां चला रहे हैं।
Published on:
03 Mar 2018 02:53 pm
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