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कलयुग का श्रवण कुमार, अपनी 103 साल की मां को पालकी से कराई कांवड़ यात्रा

खबर की खास बातें:— 1. परिवार के साथ कांवड़ लेने पहुंचे थे सीताराम 2. पिछली बार भी मांग को लेकर गए थे हरिद्धार3. दो बार से मां को पालकी में बैठाकर ला रहे कांवड़  

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कलयुग का श्रवण कुमार, अपनी 103 साल की मां को पालकी से कराई कांवड़ यात्रा

नोएडा. श्रवण कुमार ने अपने माता-पिता को कंधे पर पालकी में बैठाकर तीर्थ यात्रा कराई थी। कुछ ऐसा मामला मंगलवार को सेक्टर-19 स्थित सनातन धर्म मंदिर में देखने को मिला। सेक्टर-10 जेजे कॉलोनी निवासी सीताराम अपनी बूढ़ी मां वासोदेवी को पालकी में बैठाकर जलाभिषेक करने के लिए पहुंचे। ये अपनी माता को पालकी में बैठाकर हरिद्वार से कांवड़ लेकर आए थे।

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दादरी के चिटेहरा गांव निवासी सीताराम पिछली बार भी अपनी 103 साल की माता को हरिद्धार से कांवड़ के साथ पालकी में बैठकर लाए थे। इस बार भी सीताराम अपनी मां को लेकर सेक्टर-19 स्थित सनातन धर्म मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने जलाभिषेक किया। इस दौरान मंदिर में उनका पूरा परिवार मौजूद था। सीताराम और उनके परिवार के सभी सदस्य हरिद्धार से कांवड़ लेकर नोएडा पहुंचे थे। सीताराम 5 भाई और 2 बहनों में सबसे छोटे हैं। सीताराम इससे पहले डाक कांवड़ लेकर आते थे। ये अभी तक चार बार कांवड़ ला चुके हैं। पिछली बार से अपनी माता को पालकी में बैठाकर हरिद्धार से कांवड़ ला रहे हैं।

सीताराम ने बताया कि माता की उम्र अधिक हो चुकी है। परिवार और मेरी खुद की तमन्ना थी कि उन्हें कांवड़ यात्रा के लिए हरिद्धार ले जाया जाए। मां को कांवड़ यात्रा के लिए हरिद्धार लेकर गए। उन्होंने बताया कि माता को पालकी में बैठाकर देखकर रास्त में कई जगह कांवड़ शिविरों में सम्मानित भी किया गया।

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