देवरी थाना क्षेत्र के चिखली जमुनिया गांव में जमीन के सीमांकन विवाद के बाद एक बुजुर्ग अचानक घर से गायब हो गया और शुक्रवार सुबह उनका शव गांव के बाहर एक पेड़ पर फंदे पर झूलता मिला। बुजुर्ग आदिवासी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद परिजनों ने गांव के सरपंच सहित चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पेड़ से नीचे उतारा। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा तो वह गांव जाने की जगह आरोपियों पर मामला पंजीबद्ध करने पर अड़ गए। हालांकि पुलिस के आश्वासन के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए।
मृतक के बेटे बेनी प्रसाद ने बताया की गुरुवार को उसकी जमीन का तीसरी बार सीमांकन हो रहा था, इस दौरान आरआई व पटवारी भी आए थे, लेकिन सरपंच प्रशांत यादव, राजू यादव, भगवत यादव व मनोहर यादव ने सीमांकन नहीं होने दिया। शाम को चारों घर आए, जहां उसके और पत्नी के साथ मारपीट की। बेनी प्रसाद ने बताया कि वह एफआइआर करने देवरी पुलिस थाने गया, जहां पुलिस ने शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध किया।
बेनी प्रसाद ने बताया कि वह देवरी से लौटकर जब रात में वापस घर पहुंचा तो पिता रेवाराम आदिवासी उम्र 65 वर्ष घर पर नहीं मिले। परिवार के साथ उनकी पूरी रात तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। सुबह करीब 6 बजे जानकारी लगी कि गांव के बाहर एक पेड़ पर उसके पिता का शव फंदे पर लटक रहा है। बेटे बेनीप्रसाद ने आरोप लगाए हैं कि उसके पिता ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि सरपंच व उसके साथियों ने उनकी हत्या कर शव को पेड़ पर लटकाया है।
बुजुर्ग का शव पेड़ पर फंदे पर झूलता मिला था, पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया है। परिजनों ने कुछ लोगों पर हत्या के आरोप लगाए हैं। मामले में पीएम रिपोर्ट और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। - मीनेष भदौरिया, थाना प्रभारी, देवरी
Published on:
21 Jun 2025 05:24 pm