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साहब, बारिश में इस बार भी गांव में कैद हो गए हैं, बीमार इलाज कराने व बच्चे नहीं जा पा रहे स्कूल

-जनसुनवाई में बारिश से जुड़ी परेशानियों पर केंद्रित रही

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दमोह

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Aakash Tiwari

Jul 09, 2025

दमोह. इस मंगलवार जनसुनवाई में बारिश से जुड़ी परेशानियों के मामले ज्यादा देखने को मिले। घरों में पानी भरने, गांव में सड़क न होने जैसी शिकायतें प्रमुख थी। इधर, पीएम आवास की राशि न मिलने के संबंध में वार्ड के लोगों ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन भी किया।
जनसुनवाई में बटियागढ़ ब्लॉक अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत भिलोनी के जमडेरा बस्ती से बड़ी संख्या में ग्रामीण आए हुए थे। उनके साथ गर्भवती महिलाएं भी थीं। ग्रामीणों ने आवेदन में बताया कि उनके गांव में पक्की सड़क नहीं है। तेज बारिश से सड़क पानी में डूब चुकी है। पैदल चलना मुश्किल हो गया है। स्थिति यह है कि बारिश थमते ही सड़क पर पर भरा पानी तो बह जाता है, लेकिन रास्ता दलदल में बदल जाता है। इससे सड़क पर चलना बेहद मुश्किल होता है। बच्चे स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं। हरिकिशुन, टिट्टा, हन्नू, भैरव पटेल आदि ने बताया कि 50 साल बाद भी सड़क नहीं बन पाई है। पंचायत स्तर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बीमार होने पर मरीज को चारपाई से नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाने मजबूर होते हैं। ग्रामीणों ने जल्द से जल्द सड़क निर्माण कराने की मांग की।
सर, रात भर नहीं सो पाए, घरों में भर गया था पानी
हिरदेपुर नई गल्ला मंडी के समीप रहने वाले लोग भी आवेदन देने के लिए जनसुनवाई में आए। जगदीश ठाकुर ने बताया कि गांव में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है। रात में जोरदार बारिश के कारण पूरे गांव में जल भराव हो गया। एक भी व्यक्ति रात में नहीं सो पाया। जल भराव के दौरान जहरीले जीवों के होने की आशंका से लोग डरे सहमे रहे। यह स्थिति इस बारिश में नहीं हुई, बल्कि हर बारिश में यही परेशानी होती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पानी निकासी की व्यवस्था बनाए जाने की मांग की।
-साहब, मेरे ऊपर झूठा केस बनाया है
जबेरा ब्लॉक के अंतर्गत सिग्रामपुर गांव से एक महिला ने अपनी व्यथा कलेक्टर को बताई। उसने कहा कि वह समय पर बिजली बिल जमा करती थी। उसके घर पर जो मीटर लगा हुआ था। उसमें उसने कोई छेडख़ानी नही की। बावजूद इसके उसके ऊपर बिजली कंपनी ने बिजली चोरी का झूठा केस बना दिया। पीडि़ता ने बताया कि वह विधवा है और उसका अपना कोई नहीं है। झूठा केस बनने से वह मानसिक रूप से परेशान हो रही है। कलेक्टर ने बिजली कंपनी के अधिकारी से मामले की जांच के लिए कहा है।
-पटवारी पर १५००० रुपए मांगने के आरोप
बनवार निवासी ने सीमांकन न होने की समस्या बताई। उसने बताया कि जबेरा तहसील में सीमांकन के लिए आवेदन किया था। पटवारी राजेश पटेल से प्रतिवेदन मांगा, लेकिन वह इसके बदले में १५००० रुपए की मांग कर रहा है। पीडि़त ने बताया कि मजबूरी में उसने पांच हजार रुपए दिए थे, लेकिन बाकी राशि न दे पाने के कारण उसका सीमांकन नहीं हो रहा है। साथ ही पटवारी ने सीमांकन आवेदन ही निरस्त कर दिया।