
आपकी बात, विभिन्न परीक्षाओं के पेपर लीक मामले कैसे रोके जा सकते हैं?
तकनीक की मदद लें
सरकार को सही तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही साइबर सुरक्षा प्रोटोकॉल पर फिर से विचार करने और अपराधियों को दंडित करने के लिए कड़े कानून बनाने की जरूरत है। पेपर लीक रोकने का एक और उपाय यह है कि परीक्षाओं को पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया जाए और परीक्षा हाल में बायोमेट्रिक मशीनों का उपयोग किया जाना चाहिए।
-सुभाष सिद्ध बाना, श्रीडूंगरगढ़, बीकानेर
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दृढ़ इच्छाशक्ति जरूरी
पेपर लीक को रोकने के लिए सरकार में दृढ़ इच्छाशक्ति का होना जरूरी है। इस तरह के मामलों की सुनवाई फास्ट ट्रैक में की जानी चाहिए। दोषी की संपत्ति जब्त करने के साथ ही कड़ी सजा का प्रावधान किया जाना चाहिए।
-जितेश कुमार शर्मा, रोशनपुरा, जयपुर
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पुलिस थाने में ही रखें जाएं पेपर
परीक्षा का प्रश्नपत्र छपने के बाद उसे पुलिस थाने में रखा जाना चाहिए। वहीं से प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाए जाएं।
-प्रियव्रत चारण, जोधपुर
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जरूरी है सख्ती
पेपर लीक मामले को रोकने के लिए सरकार को सख्ती करनी होगी, ताकि पेपर आउट करने वालों में कानून का भय बना रहे। आयोग तथा बोर्ड को सुरक्षा प्रणाली मजबूत करनी होगी ताकि विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ न हो सके।
- प्रकाश व्यास, सेंती, चित्तौडग़ढ़
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रोका जाए युवाओंं के भविष्य से खिलवाड़
सरकारी अध्यापकों, व्याख्याताओं और प्रशासनिक अधिकारियों को निजी संस्थानों, कोचिंग संस्थानों में पढ़ाने पर रोकनी चाहिए। जो पेपर लीक कर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं, उनकी संपत्ति जप्त होनी चाहिए। ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कारावास और जुर्माने का प्रावधान होना चाहिए।
-एकता शर्मा, जयपुर
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तीन स्तर पर हो परीक्षा
किसी भी भर्ती के लिए तीन परीक्षाओं का आयोजन किया जाए, जिनमें दो परीक्षाएं केवल पात्रता परीक्षा की हों तथा एक मुख्य भर्ती परीक्षा हो। पात्रता परीक्षा के अंक मुख्य भर्ती परीक्षा में नहीं जोड़े जाएं। इससे मुख्य परीक्षा में परीक्षार्थियों की संख्या भी कम हो जाएगी। पेपर आउट होने की संभावना न के बराबर होगी। इससे नियंत्रण एवं निरीक्षण भी आसानी से हो सकेगा।
-कैलाश चन्द्र खटीक, कुशलगढ़, बांसवाड़ा
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जवाबदेही और सख्त कानून
पेपर लीक होना मेहनती युवा के साथ विश्वासघात है। इसे रोकने के लिए प्रत्येक पारी के अलग-अलग चार पेपर बनवाए जाएं और स्केलिंग की जाए। साथ ही हर स्तर पर सरकारी एजेंसी की जवाबदेही के उच्च मानक तय किए जाएं। शीर्ष स्तर पर एक अधिकारी को बार-बार परीक्षा की जिम्मेदारी न दी जाए। कानून का त्वरित और सख्ती से पालन किया जाए।
पंकज कस्वा, भादरा , हनुमानगढ़
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सख्त सजा की जरूरत
बेरोजगारी के इस दौर में युवा सालों साल रात-दिन पढ़ाई करके विविध प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, लेकिन पेपर माफिया इन युवाओं के भविष्य को पूरी तरह से बर्बाद करने पर आमादा हैं। कुछ सरकारी अधिकारी भी इस अपराध में लिप्त होते हैं। नकल रोकने के लिए कानून बनते हैं, लेकिन उस पर अमल नहीं होता। पेपर लीक प्रकरण में लिप्त दोषियों को सख्त सजा दी जाए।
-वसीम अख्तर, मांगरोल
Published on:
09 Jan 2023 04:08 pm
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