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भारत के नेतृत्व और ज्ञान-विज्ञान ने दुनिया को चौंकाया

वैश्विक स्तर पर हमारी छवि एक ऐसे कुशल, कर्मठ और प्रगति की ओर तेजी से अग्रसर राष्ट्र के रूप में बनी है, जिसे दुनिया का कोई भी देश नजरअंदाज नहीं कर सकता है।

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भारत के नेतृत्व और ज्ञान-विज्ञान ने दुनिया को चौंकाया

भारत के नेतृत्व और ज्ञान-विज्ञान ने दुनिया को चौंकाया

नरेंद्र सिंह तोमर

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री

साहस, दूरदर्शिता और ईमानदारी से उठाए गए बड़े कदम सदैव क्रांतिकारी परिवर्तन लेकर आते हैं। किसी भी राष्ट्र के इतिहास में ऐसे व्यापक परिवर्तन तभी दृष्टिगोचर होते हैं, जब उसे एक प्रभावी, कुशल, संवेदनशील और दृढ़प्रतिज्ञ नेतृत्व प्राप्त होता है। यह भारत उदय का समय है। स्वतंत्रता के सात दशक बाद हम एक बार फिर अपने उस पुरा वैभव को प्राप्त करने की ओर अग्रसर है, जिसमें भारत को सोने की चिडिय़ा कहा जाता था। हमारे ज्ञान-विज्ञान से संपूर्ण विश्व अभिभूत था और हमारी समृद्धि जन-जन के खुशहाल चेहरों पर परिलक्षित होती थी। आज फिर पृथ्वी से लेकर अंतरिक्ष तक भारत का यशगान हो रहा है।

वैश्विक स्तर पर हमारी छवि एक ऐसे कुशल, कर्मठ और प्रगति की ओर तेजी से अग्रसर राष्ट्र के रूप में बनी है, जिसे दुनिया का कोई भी देश नजरअंदाज नहीं कर सकता है। वस्तुत: इसकी पृष्ठभूमि में मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के पदचिह्न हैं, भारत के गौरव के ये चिह्न चंद्रमा की सतह पर भी अंकित हो रहे हैं और विश्व स्तर पर भी स्पष्ट नजर आ रहे हैं। 'वसुधैव कुटुंबकम' के संदेश के साथ जी-20 शिखर सम्मेलन की भारत ने मेजबानी की है। इस सम्मेलन में लिए गए निर्णय वैश्विक फलक पर दूरगामी परिणाम लेकर आएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया अंतरराष्ट्रीय यात्राओं ने भारत के दुनिया के शक्ति संपन्न राष्ट्रों के साथ संबंधों को एक नए मुकाम पर पहुंचाया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वालों के कल्याण के लिए जो कदम उठाए गए, उनका सुपरिणाम है कि गरीबी में जीवन यापन करने वालों की संख्या 22 प्रतिशत से घटकर 10 प्रतिशत तक आ गई है और अत्यंत गरीबी रेखा की दर भी एक प्रतिशत के नीचे जा पहुंची है। हर घर जल के संकल्प के साथ आज 13 करोड़ से अधिक ग्रामीण घरों में नल से शुद्ध पेयजल पहुंच रहा है जो कि कुल आबादी का 67 फीसदी है। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत हर आवासहीन ग्रामीण को अपनी पक्की छत का सपना पूरा करने की दिशा में अब तक 2.41 करोड़ मकान बनाए गए हैं। शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों को जोड़ लें तो यह आंकड़ा चार करोड़ आवासों से भी ज्यादा है। रोजगार के सशक्तीकरण एवं निम्न वर्ग को आजीविका से जोडऩे के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के माध्यम से ऋण स्वीकृत किए गए हैं। कृषि क्षेत्र के विकास और किसानों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जो कदम उठाए गए वे अपूर्व हैं। इससे कृषि और किसानों का विकास हो रहा है।

प्रधानमंत्री के प्रयत्नों एवं मार्गदर्शन का ही परिणाम है कि संयुक्त राष्ट्र ने इस वर्ष को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया है। मिलेट यानी श्रीअन्न की खेती को मिल रहे प्रोत्साहन से एक ओर जहां हमारी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं दूर होंगी, वहीं देश के छोटे एवं मझोले किसानों की भी आर्थिक स्थिति सशक्त होगी। श्रीअन्न को प्रोत्साहन जलवायु परिवर्तन के दौर में एक दूरगामी कदम है। मोदी के नेतृत्व में देश अब 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' और 'समान नागरिक संहिता' जैसे बड़े संकल्पों की सिद्धि की ओर अग्रसर है। ये कदम देश की अखंडता को अक्षुण्ण रखने के लिए सामयिक एवं प्रासंगिक साबित होंगे।