
आपकी बात, क्या अंधविश्वास व्यक्ति ही नहीं, बल्कि देश के विकास में भी बाधक है?
अभिशाप है अंधविश्वास
अंधविश्वास व्यक्ति ही नहीं, अपितु सम्पूर्ण देश के लिए अभिशाप है, जिसके कारण व्यक्ति एवं समाज पुराने रीति रिवाजों और परंपराओं से बाहर नहीं आ पा रहे हंै। गरीब तबका अंधविश्वास में फंसकर और गरीबी के दलदल में धंसता चला जा रहा है। अंधविश्वास के कारण मेडिकल सुविधाएं समय पर नहीं लेने के कारण व्यक्ति मौत के द्वार तक पहुंच जाता हैं। निश्चय ही अंधविश्वास से समाज के साथ-साथ देश के विकास में भी बाधा उत्पन्न हो रही है।
-दिलीप लबानिया, जयपुर
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प्रगति में बाधक है अंधविश्वास
अंधविश्वास प्रगति में बाधा ही पैदा करता है। व्यक्ति जब अंधविश्वास में फंस जाता है, तो उसकी सोच संकीर्ण और दकियानूसी हो जाती है। जो राष्ट्र ऐसे व्यक्तियों से बना हो, जिनकी सोच छोटी हो, वह महान राष्ट्र कैसे बन सकता है? क्रांति सबसे पहले विचारों में होती है और फिर धरातल पर , परंतु यह सब केवल खुली विचारधारा से ही संभव है ।
-रुचिका अरोड़ा जयपुर
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बड़ी चुनौती
अंधविश्वास समाज में अनुचित, अन्यायपूर्ण बातों को आश्रय देता है। यह समाज में विवेक दृष्टि, समन्वय और सहनशीलता को खत्म करता है। चर्चा एवं संवाद को दरकिनार कर अंध आरोपण और थोपने की प्रवृत्तियों को बढ़ाता है। देश के लिए यह बड़ी सामाजिक चुनौती और विकास में बाधक है।
गौरव जैन, जगतपुरा, जयपुर
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आम जन की भागीदारी
देश के विकास में आमजन की भागीदारी भी सुनिश्चित होती है। अगर आम आदमी अन्धविश्वास व जादू टोने के चक्कर में अकर्मण्यता की ओर बढ़ेगा, तो निश्चय ही देश का विकास भी बाधित होगा।
-लता अग्रवाल चित्तौडग़ढ़
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अंधविश्वास बड़ा खतरा
समाज में फैलाया जा रहा अंधविश्वास सभी के लिए खतरा है। जागरूक नागरिकों का कर्तव्य बनता है कि वे जनता में वैज्ञानिक सोच विकसित करें। प्रकृति, विज्ञान व संविधान में विश्वास पैदा करें।
-रोहित सोलंकी, नर्मदापुरम, मध्यप्रदेश
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जरूरी है समझाइश
अंधविश्वास देश की उन्नति में निस्संदेह बाधक है। मानव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं चैटजीपीटी जैसी अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी विकसित कर चुका है। इसके बावजूद कुछ कुछ अंधविश्वासी लोग तंत्र-मंत्र, बलि एवं पाखंडी धर्मगुरुओं के चक्कर में अंधविश्वास को बढ़ावा दे रहे हैं। अंधविश्वासी व्यक्तियों की समझाइश करके उनको विकास की मुख्यधारा में जोड़ा जा सकता है। इसके लिए जन जागरूकता अभियान की जरूरत है।
-सतीश उपाध्याय, मनेंद्रगढ़, छत्तीसगढ़
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जन जागरूकता की जरूरत
निस्संदेह अंधविश्वास व्यक्ति के विकास में बाधक बन देश विकास में अवरोध पैदा करता है, क्योंकि देश व्यक्तियों से मिल कर बनता है। अंधविश्वास समाज का ऐसा रोग है, जो सामाजिक मूल्यों की नींव को खोखला कर देता है। दुर्भाग्य से भारतीय समाज में सदा से ही इसकी जड़ें गहरी रही हैं। ऐसे में जन जागरूकता लाकर इस पर काबू पाया जा सकता है।
-विपुल जैन उदयपुर
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वैज्ञानिक दृष्टिकोण की अनदेखी
अंधविश्वास समाज के बौद्धिक विकास को अवरुद्ध करने के साथ ही रूढ़िवादी व दकियानूसी विचारधारा में फंसाता है। ऐसी मानसिकता वाले लोग नवीन विचारधारा व नवाचारों को स्वीकार नहीं करते। परिणामस्वरूप देश में वैज्ञानिक दृष्टिकोण व तथ्यात्मक ज्ञान को अनदेखा किया जाता है।
-पूजा मीना, जयपुर
Published on:
22 Mar 2023 06:10 pm
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