15 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

आपकी बात : मोबाइल ऐप से वोटिंग की पहल को लेकर आपके क्या विचार हैं?

पाठकों ने इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं, प्रस्तुत हैं पाठकों की चुनिंदा प्रतिक्रियाएं

2 min read
Google source verification

जयपुर

image

Neeru Yadav

Jun 30, 2025

मोबाइल ऐप से वोटिंग एक सार्थक पहल
मोबाइल ऐप से वोटिंग के कारण मतदाता, जो पोलिंग बूथ पर नही जा सकते है। वे इस माध्यम से मतदान में अपने मत का उपयोग कर मतदान प्रतिशत की वृद्धि करने में सहयोगी होंगे। इस सार्थक पहल को सतत स्थायित्व रूप देना आवश्यक है। - उद्धव जोशी, उज्जैन

वोटिंग प्रतिशत बढ़ सकता है
मोबाइल ऐप से वोटिंग एक क्रांतिकारी कदम हो सकता है, जो डिजिटल इंडिया अभियान के तहत एक बड़ी उपलब्धि हो सकती है। लेकिन इसे सावधानीपूर्वक, चरणबद्ध और पारदर्शी तरीके से लागू करना होगा। ये मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने में सुविधा प्रदान कर सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो दूरदराज के क्षेत्रों में रहते हैं या जिनके पास समय की कमी होती है। इसके क्रियान्वयन से वोटिंग प्रतिशत में भी अनपेक्षित वृद्धि हो सकती है। - संजय निघोजकर, धार (मप्र)

सख्त प्रोटोकॉल की आवश्यकता होगी
मोबाइल ऐप से वोटिंग की पहल निश्चित रूप से लोकतंत्र को और अधिक सुलभ और आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यदि सुरक्षा और गोपनीयता संबंधी चिंताओं को प्रभावी ढंग से दूर किया जा सके और सभी वर्गों के मतदाताओं के लिए पहुंच सुनिश्चित की जा सके, तो यह भारतीय चुनावी सुधारों में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां निरंतर नवाचार और सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल की आवश्यकता होगी। - डॉ.अजिता शर्मा, उदयपुर

मोबाइल ऐप से वोटिंग समयानुकूल
आधुनिक समय में मोबाइल ऐप से वोटिंग होना मेरे विचार से सर्वोत्तम है क्योंकि ऐसा होने से समय, श्रम,धन और विपरीत परिस्थितियों में बाहर निकल कर वोट डालने की समस्या से पूर्ण निजात मिलना संभव है। भारतवर्ष में सर्वप्रथम बिहार में ऐसा होने जा रहा है जो एक बहुत ही अच्छा प्रयोग कहा जा सकता है। निकट भविष्य में सम्पूर्ण भारत वर्ष में सभी चुनाव इसी प्रकार करवाने से सभी को सुविधा हो जाएगी। - कैलाश चन्द्र मोदी, सादुलपुर

समय एवं धन की बचत
मोबाइल ऐप से वोटिंग की पहल को पूरे भारत में लागू किया जाना सार्थकता की बात है। क्योंकि इस ऐप को लागू करने से पूरे देश में समय की बचत होगी। किसी को भी विशेष समय नहीं देना पड़ेगा। चाहे वह कर्मचारी वर्ग हो चाहे वह निजी व्यापारी वर्ग हो एवं आम जनता हो। साथ ही धन की भी बचत होगी। - सुरेंद्र कुमार बिंदल जयपुर