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Asian Games 2018: नीरज और सिंधु की इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए सालों तक याद किया जाएगा आज का दिन

27 अगस्त को लंबे समय तक याद किया जाएगा। आज नीरज चोपड़ा और पी.वी. सिंधु ने वो प्रदर्शन किया, जिसका लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था।

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sindhu

Asian Games 2018: नीरज और सिंधु की इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए सालों तक याद किया जाएगा आज का दिन

नई दिल्ली। एशियाई गेम्स 2018 के नौवें दिन की स्पर्धाएं समाप्त हो चुकी है। आज का भारत के एथलीटों के लिए बेहद खास रहा। नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक हासिल करते हुए नया इतिहास रचा। तो बैडमिंटन में पी.वी. सिंधु ने फाइनल में जगह बनाते हुए भारत के एक और स्वर्ण पदक की उम्मीद बढ़ा दी है। इन दोनों की आज की जीत बेहद खास है। एशियन गेम्स के इतिहास में भारत को भाला फेंक में आज पहला स्वर्ण पदक मिला। वहीं पी.वी. सिंधु फाइनल में पहुंचने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी है। इन दोनों की जीत के कारण 27 अगस्त को भारतीय खेल इतिहास में लंबे समय तक याद किया जाएगा।

नीरज का शानदार प्रदर्शन-
भारत के ध्वजावाहक रहे नीरज चोपड़ा ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करते हुए सोमवार को 18वें एशियाई खेलों के नौवें दिन में पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। नीरज ने अपनी सर्वश्रेष्ठ थ्रो 88.06 मीटर की फेंकी और स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। रजत पदक जीतने वाले चीन के किझेन लियू 82.22 मीटर की थ्रो फेंक कर दूसरे स्थान पर तो वहीं पाकिस्तान के नदीम अरशद ने 80.75 की सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंक कांस्य पदक हासिल किया।

रिकॉर्ड दूरी पर फेंका भाला-
नीरज ने अपने पहले प्रयास में 83.46 मीटर की थ्रो फेंकी। वहीं उनका दूसरा प्रयास फाउल हो गया। तीसरे प्रयास में उन्होंने 88.06 मीटर की थ्रो फेंक अपना स्वर्ण पक्क कर लिया था और हुआ भी यही। उनकी इस थ्रो के बाद कोई भी खिलाड़ी उनके आस-पास नहीं भटक सका। चौथे प्रयास में नीरज ने 83.25 मीटर की दूरी मापी। उनका आखिरी प्रयास भी फाउल रहा लेकिन इससे नीरज के स्वर्ण पदक पर कोई असर नहीं पड़ा।

पी.वी. सिंधु ने फाइनल का टिकट कटाया-
भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी. सिंधु ने सोमवार को 18वें एशियाई खेलों में महिला एकल स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। सिधु ने सेमीफाइनल मुकाबले में अपनी पुरानी प्रतिद्वंद्वी जापान की अकाने यामागुची को मात देकर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई, जहां उनका सामना चीनी ताइपे की ताइ जु यिंग से होगा।

सिंधु और यामागुची के बीच ऐसा रहा मुकाबला-
भारतीय खिलाड़ी सिंधु ने एक घंटे और पांच मिनट तक चले मुकाबले में वर्ल्ड नम्बर-2 यामागुची को 21-17, 15-21, 21-10 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। पहले ही गेम से ही दोनों के बीच बराबरी की टक्कर देखी गई। अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी के खेल से परिचित सिंधु ने इसका फायदा उठाते हुए उनके खिलाफ स्कोर 8-8 से बराबर किया और इसके बाद 13-9 से बढ़त ले ली।

दोनों के बीच दिखा जोरदार मुकाबला-
वर्ल्ड नम्बर-3 भारतीय खिलाड़ी ने यामागुची पर इस बढ़त को बनाए रखा और अंत में पहला गेम 22 मिनटों के भीतर 21-17 से अपने नाम कर लिया। दूसरे गेम में भी दोनों को बराबरी का संघर्ष करते देखा गया। हालांकि, अपने कद का फायदा उठाते हुए सिंधु बढ़त हासिल करने की कोशिश कर रही थी। यामागुची अपनी फुर्ती से सिंधु को उनके हर हमले का जवाब दे रही थी। लेकिन अंतत: सिंधु ने शानदार जीत हासिल की।