तांबे की प्लेटों का पहला सेट भारत में कोचीन के यहूदियों की निशानी है। समझा जाता है कि इसमे हिन्दू राजा चेरामन पेरूमल द्वारा यहूदी नेता जोसेफ रब्बन को अनुवांशिक आधार पर दिए गए विशेषाधिकारों का वर्णन है। यहूदियों के पारंपरिक दस्तावेजों के अनुसार बाद में जोसेफ रब्बन को शिंगली का राजकुमार बना दिया गया था।
तांबे की प्लेटों का दूसरा सेट भारत के साथ यहूदियों के व्यापार के इतिहास का प्राचीन दस्तावेज है। ये प्लेटें स्थानीय हिन्दू शासक द्वारा चर्च को दी गई जमीन और कर संबंधी विशेषाधिकारों के बारे में वर्णन करती हैं। ये प्लेटें कोल्लम से पश्चिमी एशिया के साथ होने वाले व्यापार तथा भारतीय व्यापार संघों के बारे में भी बताती है।
इन प्लेटों का प्रतिरूप हासिल करना केरल के तिरूवला स्थित मालंकर मार थोमा सीरियन चर्च के सहयोग से संभव हुआ है। पीएमओ ने एक अन्य ट्वीट में बताया कि इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने केरल के पारदेसी यहूदी समुदाय द्वारा दान किया गया एक टोरा स्क्रॉल भी नेतन्याहू को भेंट किया।
इजरायल की तीन दिवसीय यात्रा पर कल यहां पहुंचे मोदी को आज दूसरे दिन कई कार्यक्रमों में भाग लेना है। वह इजरायल के राष्ट्रपति रेयुविन रिवलिन और इजरायल के विपक्षी नेता इसाक हेरजोग से भी मुलाकात करेंगे।
भारत और इजरायल के बीच कई समझौते होने की संभावना है। मोदी तेल अवीव में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे।