वहीं, एक और दिलचस्प मुकाबला अमेरिका के दो दिग्गजों हिकारू नाकामुरा और फैबियानो कारुआना के बीच खेला गया। नाकामुरा ने खेल के दौरान ड्रॉ (बराबरी) का प्रस्ताव दिया था, लेकिन कारुआना ने उसे ठुकरा दिया। अंत में नाकामुरा ने काले मोहरों से खेलते हुए यह मैच जीत लिया। वेई यी और अर्जुन एरिगैसी का मुकाबला सबसे पहले समाप्त हुआ, जो ड्रॉ रहा। इसके बाद ‘आर्मागेडन’ नामक दमदार गेम हुआ, जिसमें अर्जुन ने वेई यी के दबाव को अच्छे से झेला और जीत दर्ज की।
महिला वर्ग में भी जबरदस्त मुकाबले हुए। भारत की हम्पी कोनेरू ने वैशाली रमेशबाबू को हराकर दिन की इकलौती निर्णायक जीत दर्ज की। हम्पी ने शांत और सटीक खेल दिखाते हुए अंतिम चरण में वैशाली की गलती का फायदा उठाया। बाकी दो मुकाबले अन्ना मुझिचुक बनाम सरसादात खादेमालशारिह और लेई टिंगजी बनाम जू वेनजुन बराबरी पर खत्म हुए। बाद में हुए ‘आर्मागेडन’ गेम्स में अन्ना और लेई टिंगजी ने अपने-अपने मैच जीतकर दिन का समापन जीत के साथ किया।
इस साल के नार्वे शतरंज लाइनअप में बड़े नाम शामिल हैं, जिसमें विश्व चैम्पियन गुकेश डोम्मराजू, विश्व नंबर 1 मैग्नस कार्लसन, फैबियानो कारुआना, हिकारू नाकामुरा, अर्जुन एरिगैसी और वेई यी। वहीं, महिला वर्ग में विश्व चैम्पियन जू वेनजुन, लेई टिंगजी, हम्पी कोनेरू, अन्ना मुझिचुक, वैशाली रमेशबाबू और सरसादत खादेमालशारिह शामिल हैं।
टूर्नामेंट में दोनों वर्गों में 6-6 खिलाड़ी हैं और हर खिलाड़ी एक-दूसरे से दो बार खेलेगा। पुरुषों और महिलाओं दोनों टूर्नामेंट के लिए इनाम की राशि समान रखी गई है, जो शतरंज में लैंगिक समानता को बढ़ावा देता है। नॉर्वे चैस की सबसे खास बात यह है कि अगर कोई मैच ड्रॉ हो जाता है, तो उसका नतीजा ‘आर्मागेडन’ गेम से तय किया जाता है। इससे हर दिन रोमांच और नतीजे की गारंटी रहती है।