16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अमरीका की पाक को दो टूक, कहा- आतंकी ठिकानों को खुद नष्ट करो वरना हम करेंगे तबाह

मैटिस अफगानिस्तान पर अमरीका की नई रणनीति के लिए पाकिस्तान को समर्थन के लिए राजी करेंगे।

2 min read
Google source verification

image

ashutosh tiwari

Dec 05, 2017

Pakistan,Terrorist,America,dron attack

वाशिंगटन/इस्लामाबाद। अमरीकी खुफिया संस्था सीआईए के प्रमुख ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस्लामाबाद अपने इलाके में आतंकियों के 'सुरक्षित ठिकानों' को खत्म नहीं करता है तो अमेरिका उन्हें नष्ट करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सीआईए निदेशक माइक पोम्पेओ का बयान अमरीकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस के इस्लामाबाद दौरे से पहले आया है। मैटिस अफगानिस्तान पर अमरीका की नई रणनीति के लिए पाकिस्तान को समर्थन के लिए राजी करेंगे।

वहीं इस बीच ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान को लगातार मिश्रित संकेत भेज रहा है। कभी सख्ती का तो कभी नरमी का। कैलिफोर्निया के सिमी में रीगन नेशनल डिफेंस फोरम में शनिवार को जब पूछा गया कि ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान को अपनी नई अफगान रणनीति के लिए कैसे राजी करेगा, इसके जवाब में सीआईए के निदेशक ने यह कड़ा संदेश दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मंत्री मैटिस, राष्ट्रपति के इरादे को स्पष्ट कर देंगे। वह इस संदेश को देंगे कि हम इस कार्रवाई के लिए आपको पसंद करते हैं। और, पाकिस्तान के अंदर (आतंकियों के) सुरक्षित ठिकानों ने अफगानिस्तान में हमारे काम करने की क्षमता को हानि पहुंचाने का काम किया है।

उन्होंने यह भी बताया कि अगर पाकिस्तान, वाशिंगटन द्वारा इन सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करने के अनुरोध को ठुकराता है तो ट्रंप प्रशासन कैसे उस स्थिति से निपटेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी जब इस कार्रवाई में असफल रहेंगे तब हम अपनी तरफ से हर संभव कोशिश करेंगे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सुरक्षित ठिकाने मौजूद ना रहें। सीआईए ने 2004 के बाद से पाकिस्तान के फाटा इलाके में ड्रोन हमले किए थे और हालिया मीडिया रिपोर्ट में सुझाव दिया गया कि ट्रंप प्रशासन उन हमलों का विस्तार कर सकता है ताकि पाकिस्तान के अंदर अन्य क्षेत्रों को उसके दायरे में लाया जा सके।

पोम्पेओ के पूर्ववर्ती, लियोन पेनेटा ने भी पाकिस्तान से निपटने के अपने अनुभव को मंच पर साझा किया। पेनेटा ओबामा प्रशासन के दौरान सीआईए प्रमुख रहे थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा से एक समस्या रहा है। यह सीमा पार करने वाले आतंकवादियों के लिए एक सुरक्षित ठिकाना है जो अफगानिस्तान में हमला कर पाकिस्तान वापस भाग जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमने हर संभव प्रयास किया है, जब भी मैं वहां गया, इसे रोकने के लिए पाकिस्तान को मनाया गया लेकिन पाकिस्तान, जैसा कि माइक जानते हैं, आतंकवाद से निपटने के लिए दो-पक्षीय रवैया रखता रहा है। पाकिस्तान की यात्रा के दौरान मैटिस की प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी और सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से मुलाकात की उम्मीद है।