
दरअसल, ब्रेक्जिट को लेकर आर्थिक चुनौतियों से जुझ रहे ब्रिटेन ने पाकिस्तान को दी जाने वाली वार्षिक सहायता राशि में कटौती करने का फैसला किया है।
ब्रिटिश संसद ने 2013 से 2018 के बीच दी गई आर्थिक सहायता की समीक्षा के बाद यह फैसला लिया है। ब्रिटिश संसद की अंतरराष्ट्रीय विकास समिति ( International Development Committee , IDC ) से जुड़े सूत्र के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय विकास विभाग के सहायता कार्यक्रम की समीक्षा के बाद पाकिस्तान सहित कुछ देशों की मदद कम करने का फैसला किया गया है।
संसदीय समिति ने आर्थिक सहायता में कटौती की संस्तुति वर्ष 2019-2020 के लिए की है। इस बारे में अंतिम निर्णय सरकार लेगी। साल 2018-19 में ब्रिटेन ने पाकिस्तान को £325मिलियनकी राशि दी गई थी, जो कि 2019-20 में घटकर £302 मिलियन हो गई।
आर्थिक मदद की होगी समीक्षा
ब्रिटेन सरकार ने पिछले साल पाकिस्तान को विकास कार्यों के लिए 163 मिलियन पाउंड की सहायता दी थी। बड़ी बात यह है कि यह आर्थिक मदद ब्रिटेन की ओर से किसी भी देश को दी गई सबसे अधिक राशि है।
पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक मदद की समीक्षा की जाएगी। संसदीय समिति ने पाकिस्तान के सहयोग की समीक्षा का एलान किया है। इसके अलावा यह भी देखा जाएगा कि पागकिस्तान को जिस काम के लिए धन दिया था, क्या उसी कार्यों के लिए धन खर्च किया गया है या कहीं ओर किया गया।
बता दें कि हाल कि दिनों में पाकिस्तान में कई नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इसमें पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ( PML-N ) के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ पर भी शामिल हैं। शरीफ पर आरोप है कि ब्रिटेन से मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि में घोटाला किया गया है।
ब्रिटेन की ओर से पंजाब के विकास कार्यो के लिए मिलने वाले धन में गड़बड़ी करने का आरोप लगा है। हालांकि शाहबाज और PML-N की ओर स कहा गया कि सत्ताधारी दल और पीएम इमरान खान की और से झूठे प्रचार किए गए हैं और बदनाम करने की एक साजिश है।
PML-N ने मामले की जांच कराने की मांग की थी। बता दें कि शाहबाज पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई है, लाहौर की जेल में भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में सजा काट रहे हैं।
अमरीका ने की सहायता राशि में कटौती
प्रधानमंत्री इमरान खान आगामी 21 जुलाई को अमरीका यात्रा ( Imran Khan America visit ) के लिए रवाना होने वाले हैं। उससे पहले US ने पाकिस्तान को एक बड़ा झटका दिया। US कांग्रेस ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कहा गया है कि पाक को मिलने वाली सुरक्षा सहायता ( US Aid To Pakistan ) आगे भी बंद रहेगी।
इस रिपोर्ट में कहा गया कि जब तक पाकिस्तान आतंकी समूहों के खिलाफ कोई निर्णायक कदम नहीं उठाता, तब तक उसे मिलने वाली वित्तीय सहायता पर रोक जारी रहेगी।
बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जनवरी 2018 में पाक को दी जाने वाली हर तरह की सुरक्षा सहायता पर रोक लगा दी थी। इसके अलावे कई तरह के अन्य आर्थिक मदद पर भी रोक लगा दी गई है।
पाकिस्तान की आर्थिक व्यवस्था मौजूदा समय में बहुत खराब है। हालत यह है कि पाकिस्तान में भूखमरी जैसे हालात बन गए हैं। महंगाई चरम पर है। ऐसे में अब अमरीका के बाद ब्रिटेन से मिलने वाली आर्थिक मदद बंद होना पाकिस्तान के लिए शुभ संकेत नही है।
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Updated on:
20 Jul 2019 12:37 pm
Published on:
20 Jul 2019 07:17 am
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