नेशनल हाइवे पर ढाबों व होटलों की आड में कोयला चोरी करने वाली अर्न्तराज्य गैंग का पर्दाफाश
सुमेरपुर थाना पुलिस ने शुक्रवार को नेशनल हाइवे पर ढाबों व होटलों की आड में कोयला चोरी करने वाली अर्न्तराज्य गैंग का पर्दाफाश करते हुए 351 टन कोयला जप्त कर ट्रेलर चालक सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मौके से मशीन, ट्रेलर, इलेक्ट्रानिक कांटा, सील तोडने वाली मशीन सहित 3 लाख 53 हजार पांच सौ रुपए भी जप्त किए। कोयले की कीमत एक करोड़ रुपए बताई जा रही है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
पाली पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला ने बताया कि एएसपी हर्ष रतनू , सुमेरपुर सीओ भूपेन्द्रसिंह के निर्देशन में तखतगढ़ थानाधिकारी कैलाश दान व पाली यातायात प्रभारी हिंगलाजदान ने डीएसटी टीम पाली के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर सिंदरू के पास मुख्य राजमार्ग पर शिमला होटल व गुरूद्वारे के मध्य पर्बतसिंह सिंदरू के खेत में दबिश दी। जहां एक ट्रेलर से गुजरात से सीमेंट फैक्ट्रियां में ले जाया जाने वाला विदेशी कोयला चोरी किया जा रहा था। मौके पर कोयला का बड़ा भण्डार मिला। जिसमें 351 टन कोयला (असली पेट कोयला, मोजाबिक व कोयला चुरी) मिला है। पुलिस ने ट्रेलर चालक रास थाना क्षेत्र के झालामंड निवासी लक्षमणराम पुत्र कानाराम गुर्जर, सांचौर जिले के सेवाडा निवासी बाबूलाल पुत्र रायमल कुम्हार, जैसलमेर के सांकडा थाना क्षेत्र के लूणा निवासी हिटाशी मशीन चालक अमनसिंह पुत्र सावला सिंह राजपूत एवं लोडर चालक मध्यप्रदेश के धार जिले के कुकसी निवासी लखन पुत्र हरिशंकर रघुवंशी चौहान को गिरफ्तार किया।
प्लांट के चारों ओर लगाई ग्रीन मेट
आरोपियों ने भारी वाहनों का वजन करने के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक कांटा स्थाई लगा रखा था। प्लान्ट के चारों तरफ ग्रीन कलर की मेट लगाई थी। जिससे नेशनल हाईवे से सीधी नजर ना पड़े। आरोपियों ने एक हिटाची मशीन, एक लोडर व प्लान्ट पर काम करने के लिए व्यवस्थित मजदूर, चालक, मुनीम व केशियर रखे थे।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
एसपी ने बताया कि केराराम प्रजापत ने पर्बतसिंह का खेत किराए पर लेकर साझेदारी में कोयला चोरी करने का प्लान्ट तैयार किया। जिसे छोटी औद्यौगिक ईकाई का रूप दिया। आरोपी दो माह से कोयला चोरी करने का काम कर रहे थे। गुजरात से सीमेंट फैक्ट्रियों में जो वाहन कोयला ले जाते हैं उनसे सम्पर्क कर ट्रक को हाइवे से उतारकर अन्दर खेत में ले जाते। जहां मजूदर 6 से 10 टन कोयला निकाल देते व नकली कोयला वापस डालकर पानी का छिड़काव कर देते। जिससे ट्रांसपोर्ट मालिक व सीमेन्ट फैक्ट्री वालों को कोई पता नहीं चलता। ट्रक चालक को प्रति टन 6-7 हजार रूपए चोरी किए कोयले के देते थे। चोरी किया कोयला वापस दूसरी जगह अच्छे मुनाफे में बेच देते थे।
ये माल किया बरामद
पुलिस ने मौके से असली कोयले (मज बदाम) के ढेर 229.990 टन व कोयले- मोजाम्बिक वजनी 42460 टन, नकली कोयले की चूरी वजन 58.170 टन व ट्रेलर में भरा कोयला जो असली व नकली का मिश्रण था। जिसका वजन कांटे पर तोला तो 42.5 टन वजनी था। सभी जब्त कोयले व मिश्रण की बाजार कीमत करीब 1 करोड़ रूपए हैं। पुलिस ने ट्रेलर, लोडर एवं हिटाची मशीन, ट्रक सील खोलने व पुन: लगाने के औजार ड्रिल मशीन, प्लास, कटर, आरी, टॉर्च व खोली हुई शीलें जब्त व 3 लाख 53 हजार 500 रुपए जब्त किए।