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Video: ऐसी है वंदे भारत ट्रेन, 52 सैंकंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति पकड़ती है

वंदे भारत एक्सप्रेस 2.0 कई बेहतरीन और विमान यात्रा जैसे अनुभव प्रदान करती है। ये उन्नत अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस है। जिसमें स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली 'कवच' शामिल है।  

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पाली. राजस्थान में रेलवे ट्रेक पर वंदे भारत का स्पीड ट्रायल हुआ, लेकिन यहां के किसी स्टेशन से इस ट्रेन का संचालन शुरू नहीं हुआ है। राजस्थान के कोटा मंडल होकर इस ट्रेन के संचालन की उम्मीद की जा रही है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बेंगलुरु के केएसआर रेलवे स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस और भारत गौरव काशी दर्शन ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री क्रांतिवीर संगोली रायन्ना (केएसआर) रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 7 पर झंडी दिखाने वाले क्षेत्र में पहुंचे और चेन्नई-मैसुरु वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। ये देश की पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है और दक्षिण भारत में इस तरह की पहली ट्रेन है। वंदे भारत एक्सप्रेस 2.0 कई बेहतरीन और विमान यात्रा जैसे अनुभव प्रदान करती है। ये उन्नत अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस है। जिसमें स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली ‘कवच’ शामिल है। वंदे भारत 2.0 ज्यादा उन्नत और बेहतर सुविधाओं से लैस है। जैसे कि 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति केवल 52 सैंकंड में हासिल कर लेती है और अधिकतम 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। 430 टन के पिछले संस्करण की तुलना में और बेहतर हुई वंदे भारत एक्सप्रेस का वजन 392 टन है। इसमें वाई-फाई कंटेंट ऑन डिमांड की सुविधा भी होगी। पिछले संस्करण में जहां 24 इंच की स्क्रीन थीं, वहीं नई ट्रेन के हर डिब्बे में 32 इंच की स्कीन हैं जो यात्री सूचना और मनोरंजन प्रदान करती हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस पर्यावरण अनुकूल भी है, क्योंकि इसके एसी 15 प्रतिशत ज्यादा ऊर्जा कुशल है। ट्रैक्शन मोटर की धूल रहित स्वच्छ एयर कूलिंग से यात्रा ज्यादा आरामदायक हो जाएगी। पहले केवल एग्जीक्यूटिव क्लास के यात्रियों को ही साइड रिक्लाइनर सीट की सुविधा दी जाती थी जो इस ट्रेन में सभी श्रेणियों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। एग्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री घूमने वाली सीटों की अतिरिक्त सुविधा है। वंदे भारत एक्सप्रेस के नए डिजाइन में हवा साफ करने के लिए रूफ-माउंटेड पैकेज यूनिट (आरएमपीयू) में एक फोटो-कैटेलिटिक अल्ट्रावायलेट वायु शोधन प्रणाली स्थापित की गई है। सेंट्रल साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट्स ऑर्गनाइजेशन (सीएसआईओ), चंडीगढ़ के सुझाव अनुसार इस सिस्टम को डिजाइन और आरएमपीयू के दोनों सिरों पर स्थापित किया गया है ताकि ताजी हवा और वापसी की हवा में से आ रहे कीटाणुओं, बैक्टीरिया, वायरस आदि से हवा को फिल्टर और साफ किया जा सके। बेंगलुरु के केएसआर रेलवे स्टेशन से शुरू हुई वंदे भारत चेन्नई के औद्योगिक केंद्र, बेंगलुरु के टेक और स्टार्टअप हब और प्रसिद्ध पर्यटन शहर मैसूर के बीच के संपर्क को बढ़ाएगी। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि “चेन्नई-मैसुरु वंदे भारत एक्सप्रेस कनेक्टिविटी के साथ-साथ वाणिज्यिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी। ये ‘ईज ऑफ लिविंग’ को भी बढ़ाएगी। खुशी है कि इस ट्रेन को बेंगलुरु से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।”भारत गौरव काशी यात्रा ट्रेन को को भी प्रधानमंत्री ने हरी झंडी दिखाई। कर्नाटक पहला राज्य है जिसने भारत गौरव योजना के तहत इस ट्रेन को शुरू किया है। जिसमें कर्नाटक सरकार और रेल मंत्रालय मिलकर कर्नाटक से तीर्थ यात्रियों को काशी भेजने के लिए कार्य कर रहे हैं। इन तीर्थ यात्रियों को काशी, अयोध्या और प्रयागराज जाने के लिए आरामदायक प्रवास और मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।