
जवाईबांध में हजारों की संख्या में नजर आए प्रवासी व अप्रवासी परिंदे
सुमेरपुर (पाली) . सूर्यदेव की पहली किरण के साथ चिडि़याओं की चहचहाट..., सर्द हवा के झोंकों के बीच जवाईबांध की लहरों पर अठखेलियां करते प्रवासी परिंदे और विदेशी परिंदों को कैमरे में कैद करते बर्ड वाचर दल के सदस्य। मौका था वन विभाग उदयपुर के वाइल्ड लाइफ विंग के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय बर्ड वाच फेयर के क्रम में शनिवार को जवाईबांध में आयोजित एक दिवसीय बर्ड फेयर का। जहां पक्षी प्रेमियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बर्ड वाच फेयर में स्थानीय समेत उदयपुर से ६० सदस्यों का दल जवाईबांध स्थित इंटरप्रिटेशन सेंटर पहुंचा। जहां पक्षी विशेषज्ञ एवं वन्यप्रेमी डॉ. दिलीप अरोड़ा ने व्याख्यान दिया। उन्होंने पॉवर पॉइंट प्रजेंटेशन के साथ ही जवाईबांध क्षेत्र में पाए जाने वाले पक्षियों पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन करते हुए जानकारी दी। इस मौेके पर उदयपुर से आए दल के प्रभारी अनिल रोजर, वन विभाग सुमेरपुर के रेंजर नरेन्द्र विश्नोई, नाकाप्रभारी विक्रमसिंह राव, वन रक्षक कृष्णा राणावत व उदयसिंह मौजूद थे।
दूदनी की पाल पर दिखा परिंदों का समूह
बर्ड वाचर दल को विभिन्न दलों में बांटकर जवाईबांध की कच्ची पाल, दूदनी व सैणा के बैक वॉटर क्षेत्र में विशेषज्ञों के साथ रवाना किया। जहां हजारों की संख्या में प्रवासी व अप्रवासी पक्षियों के झूण्ड को देखकर रोमांचित हो गए।
ये नजर आए प्रवासी व अप्रवासी पक्षी
दल ने जवाईबांध के सैणा व दूदनी बैक वॉटर क्षेत्र में ग्रेट व्हाइट पेलिकन, बार हैडेड गूज, शैलडक, पीनटेल, इग्रेट, कौरमारेंट, ऑसप्रे, कॉमन क्रेस्टल, ग्रेटर फ्लेमिंगो, कॉमन कुट, काम्ब डक, स्पॉट बिल्डक, एशियन ऑपन बिल्डक, पेंटेड स्र्टाक, ग्लोसी आइबिस, ग्रेटर थिकनी, लार्क, ग्रीन बी इटर, शौवलर, डौंरगो, यलो वेग्टेल, कॉमन क्रेन, विटेयर, ग्रे हेरोन, पालास गल, इंडियन रोलर समेत अन्य पक्षियों के रंग-बिरंगे पक्षियों को नजदीक से देखकर खूब रोमांचित हुए।
देश में जवाई की बढ़ रही ख्याति
जवाईबांध में आने वाले प्रवासी व अप्रवासी पक्षी पर्यटन मानचित्र पर अपना ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। पयर्टन की दृष्टि से जवाईबांध अभी तक अछूता है। लेकिन आने वाले समय में यह स्थान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाएगा। जवाईबांध क्षेत्र में वन्यजीवों की उपलब्धता के साथ ही पैंथर की आसानी से साइटिंग की वजह से सैलानी जवाई की ओर रुख कर रहे हैं।
डॉ दिलीप अरोड़ा, वन्यप्रेमी
Published on:
20 Jan 2019 07:30 am
बड़ी खबरें
View Allपाली
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
