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बायोसा धाम गोदावास के दरबार में लगाते हैं धोक

-पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन क्षेत्र के गोदावास गांव स्थित बायोसा माता का मंदिर है आस्था व भक्ति का केन्द्र

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पाली

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Suresh Hemnani

Oct 26, 2020

बायोसा धाम गोदावास के दरबार में लगाते हैं धोक

बायोसा धाम गोदावास के दरबार में लगाते हैं धोक

-रमेश पंवार
पाली/मारवाड़ जंक्शन। बायोसा धाम नाम से पाली जिले के गोदावास गांव में बायोसा माता का मंदिर है। आस्था एवं भक्ति इस केन्द्र पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। पुजारी प्रतापराम गोयल ने बताया कि गोदावास बायोसा माता हर श्रद्धालु, का दुख दूर करती है। माता के प्रति अटूट विश्वास के कारण लोग बीमार लोगों को भी यहां लाते है। मान्यता है कि माता के दरबार में हर बीमारी दूर हो जाती है। जो लोग चारपाई पर आते है। वे चलकर घर जाते है। इसी कारण मंदिर के कहते हैं यहां लोग रोते हुए आते हैं और हंसते हुए लौटते हैं।

मान्यता है कि मां के मंदिर मे सच्ची श्रद्धा के साथ पांच फेरी लगानी चाहिए। नवरात्र में यहां रोजाना हजारों की संख्या में माता के भक्त आते है। माघ सुदी पूनम को मेला भरता है। माता के दरबार में भजन संध्या का आयोजन किया जाता है। मान्यता है कि गोदावास बायोसा तनोट से यहा आकर विराजी है। माता तनोट से भादरियाजी, रामदेवरा नाडी होते हुए बायोसा का पारणा उठा और गोदवास आया। यहा वजाराम गोयल की पत्नी गंगाबाई को सपने में माता ने दर्शन दिए थे। लगभग 250 वर्ष पूर्व मंदिर का निर्माण हुआ। बायोसा माता के पास हिंगलाज मां एवं बाबा रामदेव का मंदिर स्थित है।

पांचवी पीढ़ी कर रही पूजा
इस मंदिर में सबसे पहले पूजा वजाराम गोयल ने प्रारम्भ की। इसके बाद उनके पुत्र हकमाराम गोयल, नेनाराम गोयल एवं हकाराम गोयल ने पूजा की। वर्तमान पांचवी पीढ़ी भोपाजी प्रतापराम गोयल मंदिर में माता की सेवा कर रहे है। चंद्रप्रकाश गोयल ने बताया कि उनके द्वारा मंदिर के बाहर एक पक्षीधाम बनाया गया है। जो आकर्षण का केन्द्र है। यहां पर कई प्रजाति के पक्षी आते है।