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सुभाष बावल एनकाउंटर मामले की जांच अब सीआइडी-सीबी करेगी

एडीजी क्राइम ने पाली एसपी को मामले की फाइल सीआइडी-सीबी को देने के आदेश दिए है।

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पाली-राजसमंद जिले की सीमा पर पुलिस-तस्करों के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान फायरिंग में तस्कर सुभाष बावल की मौत के मामले की जांच अब सीआइडी-सीबी करेगी। एडीजी क्राइम ने पाली एसपी को मामले की फाइल सीआइडी-सीबी को देने के आदेश दिए है। इसके तहत शुक्रवार को पाली एसपी ने फाइल तैयार कर सीआइडी सीबी को भेज दी। अब सीआइडी-सीबी इस मामले की रिपोर्ट एडीजी को सौंपेंगे।

पाली एसपी गगनदीप सिंगला ने बताया कि एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने मामला उदयपुर रेंज सीआइडी सीबी को सौंपने के आदेश दिए है। इसमें सीआइडी सीबी एएसपी गोपाल स्वरूप मेवाड़ा जांच करेंगे। वही उनकी टीम में उदयपुर उप अधीक्षक जुल्फीकार अली, बाली उप अधीक्षक सीओ राजेश यादव, उदयपुर-प्रतानगर थानाधिकारी औंकारसिंह लखावत, देसूरी थानाधिकारी रविन्द्रपालसिंह को शामिल किया गया है।

बता दें मृतक के समाजबंधु और परिजनों ने जिला कलक्टर नमित मेहता व पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला से मिलकर कार्रवाई करने वाली डीएसटी अधिकारियों व पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने, सीबीआई और न्यायिक जांच तथा एक करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग की थी। उन्होंने फर्जी एनकाउंटर व गन प्वांइट पर रखकर सुभाष को गोली मारने का आरोप भी लगाया था।

ये भी कर रहे जांच
इधर, राजसमंद डीएसटी टीम प्रभारी केसाराम की ओर से खिंवाड़ा थाने में दो मामले दर्ज करवाए थे। इसमें पुलिस पर फायरिंग की जांच बाली एएसपी हर्ष रतनू को सौंपी गई थी। वहीं एनडीपीएस एक्ट मामले की जांच विशेष अनुसंधान यूनिट के एएसपी सुनील के पंवार को सौंपी गई थी। मामले की न्यायिक जांच रानी एसडीम सिद्धार्थ सांदू को दी गई है।

ये था मामला
खिंवाड़ा क्षेत्र में राजसमंद डीएसटी पुलिस व तस्करों के बीच सोमवार देर रात मुठभेड़ हो गई थी। फायरिंग में तस्कर सुभाष विश्नोई (24) निवासी फिटकासनी जोधपुर की मौत हो गई थी। वहीं एक तस्कर भुट्टाराम बावल फरार हो गया था। पुलिस व तस्करों में करीब पचास राउंड फायर हुए थे। पुलिस ने मृतक का शव पाली स्थित बांगड अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया था। उसके बाद परिजन व समाज के लोग भड़क गए और मोर्चरी के बाहर धरना दे दिया। मृतक के शव का बुधवार देर रात पोस्टमार्टम किया गया। उसके बाद शव उठाया गया था। गुरुवार को मृतक के गांव फिटकासनी जोधपुर में अंतिम संस्कार किया गया।