अपहरण काल के दौरान मीत ने अपने कथित अंकल देवेश के साथ शिवगंज से रोहट तक का सफर किया। वह उसके साथ घूमता रहा। इस दौरान एक दो बार मीत ने उससे घर चलने के लिए कहा तो उसने कहा कि अभी बाद में चलेंगे। इस दौरान अपहरणकर्ता ने उसके पिता से मोबाइल पर बात कर फिरौती मांग मीत से बात करवाने से पूर्व इस बात की धमकी भी दी कि मीत को इसका अहसास नहीं हो। जिस पर उसके पिता ने उससे बात कर इतना ही कहा कि वे उसे लेने आ रहे हैं।
मीत का अपहरण करने के बाद अपहरणकर्ता देवेश उसे मोटरसाइकिल पर घुमाता रहा। इस दौरान वह रोहट तक गया। वहां से वापस ढोला लौटा तभी पुलिस ने उसे दबोच लिया। जिस समय पुलिस ने उसे दबोचा तो मीत घबरा गया और उसने पुलिस से कहा इन्हें क्यों पकड़ रहे हो ये मेरे अंकल है।
मीत की मां पिंकी सोनी को जब इस बात का पता चला कि उसके बेटे का अपहरण हो गया है और अपहरणकर्ता ने उसे छोडऩे के एवज में डेढ़ करोड़ रूपए की फिरौती मांगी है तो वह सहम गई। बेटे के सदमे में उसका रो रोकर बुरा हाल हो गया। पूरी रात वह अपने बेटे के इंतजार में नहीं सोई। अब जब उसका बेटा घर लौट आया है तब भी वह पूरी तरह से सदमें से बाहर नहीं आ सकी है। पत्रिका संवाददाता ने जब उससे बात करने की कोशिश की तो वह कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं थी।