पाली। पाली सहित जिलेभर में जनवरी माह के अंतिम दिन घना कोहरा छा गया। पाली जिले में माउण्ट आबू जैसा नजारा हो गया। मंगलवार सुबह 11 बजे तक घना कोहरा छाया रहा। इससे जनजीवन खासा प्रभावित रहा। हाइवे सहित सड़कों पर वाहनों को आने जाने में काफी दिक्कतें हुई। हालात यह थे कि कुछ फीट की दूरी पर भी दिखाई नहीं दे रहा था। कोहरा के साथ ही सर्दी का असर भी तेज रहा।
कोहरे की आगोश में मारवाड़ गोडवाड़
सुबह पाली शहर सहित जैतारण, बाबरा, बर, सोजत, फालना, बाली, सुमेरपुर, सादड़ी, सोजत रोड, तखतगढ़, राणावास, मारवाड़ जंक्शन सहित कई गांवों में कोहरा छाया रहा। रात का तापमान 9 डिग्री तक पहुंच गया और दिन का तापमान 23 डिग्री के पहुंच गया। मंगलवार 10 बजे तक तापमान 16 डिग्री रहा। सर्दी बढ़ने से लोग घरों से कम ही निकले। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाडी और अरब सागर की हवा अपने साथ नमी लेकर आई है। ऐसे में प्रदेश के जिन-जिन जिलों में मावठ की बरसात हुई, वहां मंगलवार को कोहरा छाया रहा। पाली में भी ऐसे हालात रहे।
ठिठुरते हुए स्कूल पहुंचे बच्चें
शहर में कोहरे के कारण सर्दी का असर काफी तेज रहा। जिसका असर बच्चों पर भी देखने को मिला। निधाZरित समय में स्कूल पहुंचने के दौरान बच्चें ऊनी वस्त्रों में लिपटे नजर आए। बच्चों को स्कूल छोड़कर आने वाले अभिभावकों को भी गर्म वस्त्रों का सहारा लेना पड़ा।
कम स्पीड से चली रेलें, हाइवे पर दिक्कतें
कोहरे के चलते रेल यातायात में भी दिक्कतें हुई। पाली और मारवाड़ रेलवे स्टेशन पर भी कोहरे के चलते ट्रेन कम स्पीड से गुजरती नजर आई। हाइवे पर सुबह यातायात कम रहा, लोग वाहनों की लाइट चालू कर ड्राइव करते देखे गए।
इधर, बारिश से ईट कजावों में नुकसान, मांगा मुआवजा
प्रजापत समाज के लोगों जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर ईट कजावों में बारिश से हुए नुकसान का मुआवजा मांगा है। प्रजापत समाज के शिवजी प्रजापत ने बताया कि पाली जिले में खैरवा के आस-पास समेत कई जगहों पर ईटों के कजावे है। जिनमें बरसात के कारण भारी नुकसान हुआ है। जिस तरह फसल नुकसान पर किसानों को मुआवजा दिया जाता है, उसी तरह कुम्हार समाज के लोगों को भी जो नुकसान हुआ है, उन्हें मुआवजा दिलाया जाए और फसल सुरक्षा बीमा योजना की तरह कजावे की सुरक्षा के लिए भी सुरक्षा बीमा शुरू करवाकर कुम्हार समाज के लोगों को राहत दिलाने की मांग की। वे कलक्ट्रेट पहुंचे और मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।