कुम्भलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य की सादडी व दूसरी रेंज में रविवार को तीन माह से बंद जंगल सफारी की शुरुआत की तो प्रकृति का लुत्फ उठाने पहुंचे विदेशी सैलानियों के साथ ही स्कूली विद्यार्थी यहां के नजारों के कायल हो गए।
पत्रिका न्यूज नेटवर्क/सादड़ी/पाली। कुम्भलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य की सादडी व दूसरी रेंज में रविवार को तीन माह से बंद जंगल सफारी की शुरुआत की तो प्रकृति का लुत्फ उठाने पहुंचे विदेशी सैलानियों के साथ ही स्कूली विद्यार्थी यहां के नजारों के कायल हो गए। इसके साथ ही वन्य जीव सप्ताह का आगाज किया गया। इस दौरान कई आयोजन होंगे। आमजन को प्रकृति का संरक्षण करने का संदेश भी दिया जाएगा।
कुम्भलगढ़ अभयारण्य की सादडी रेंज में राणकपुर वन नाका शक्तिमाता मन्दिर के सामने स्थित राणकपुर मुछाला महावीर सफारी वनपथ प्रवेश द्वार पर क्षेत्रीय वन अधिकारी किशनसिंह राणावत, वनपाल बाबूलाल विश्नोई, ललितसिंह, सहायक वनपाल ईश्वरसिंह चौहान, सतीश प्रजापत ने सफारी वाहन का पूजन किया और फीता काटकर जंगल सफारी का आगाज किया। यहां पर देसी-विदेशी सैलानियों का कुमकुम तिलक कर स्वागत किया गया। वहीं दूसरी ओर देसूरी रेंज में ठंडी बेरी पर कार्यवाह सहायक वन संरक्षक रेंजर भैरूसिंह राठौड़ के सान्निध्य में सफारी सेवा की शुरुआत की गई।
यह देना होगा शुल्क
सादड़ी रेंज में सफारी सेवा के लिए करीब 20 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। विभाग ने सफारी शुल्क भी सार्वजनिक किया है, इसमें प्रवेश शुल्क 300 रुपए, सफारी चार्ज 2500 रुपए, इको गाइड शुल्क 400 रुपए तय किए गए हैं। इसके साथ ही सफारी के लिए प्रति व्यक्ति भारतीय पर्यटक 130 रुपए, विद्यार्थी 50 रुपए और विदेशी सैलानी 500 रुपए अदा करने होंगे। यानी की छह सदस्य सफारी के लिए 4040 रुपए वहन करने होंगे। सफारी के दौरान फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी के लिए अलग से चार्ज देना होगा।
इन वनपथ पर सफारी सेवा
सादड़ी रेंज में राणकपुर-मुछाला महावीर वनपथ
सेवटा बेरा मोडिया-रूपण माता बीजापुर जवाई ट्रेक
तीर्थंकर नेचर वनपथ
देसूरी रेंज में जोबा घाणेराव से ठण्डीबेरी ट्रेक
जंगल की खूबसूरती से करवाया रूबरू
रेंजर किशनसिंह राणावत व भैरूसिंह राठौड़ ने वन्यजीव सप्ताह के बारे में पर्यटकों, विद्यार्थियों, इको गाइड और जिप्सी संचालकों को जंगल की खूबसूरती से रूबरू करवाया गया। रेंजर राणावत ने बताया कि परिस्थितियां अनुकूल रही तो कुंभलगढ़ में जल्द टाइगर सफारी का शुभारंभ होगा। इससे पहले सैलानियों व विद्यार्थियों को निशुल्क जंगल सफारी करवाई गई।